
नई दिल्ली। देव दीपावली जैसे पर्व को भव्य बनाने और काशी कॉरिडोर के निर्माण के बाद बनारस के पर्यटन में एक नया अध्याय जुड़ जायेगा। सबसे लंबी रिवर क्रूज का उद्घाटन 13 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करने वाले हैं। यह वाराणसी से शुरू होकर बांग्लादेश होते हुए असम के डिब्रूगढ़ तक 3200 किमी का सफर तय करेगा।
दरअसल एक आधिकारिक बयान में जानकारी दी गई कि शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी से दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज ‘एमवी गंगा विलास’ को हरी झंडी दिखाएंगे। इसके साथ ही 13 जनवरी को बनारस में गंगा नदी से शुरू होकर ब्रह्मपुत्र नदी डिब्रूगढ़ तक दुनिया की सबसे लंबी रिवर क्रूज यात्रा की शुरुआत हो जायेगी।
आत्मनिर्भर भारत का प्रतीक है रिवर शिप ‘गंगा विलास’
काशी के घाटों से शुरू होकर ये यात्रा बांग्लादेश से होते हुए असम के डिब्रुगढ़ जाने के रास्ते में जल यात्रा के कई रोमांचक पड़ाव पूरा करेगी। सबसे लंबी यात्रा कराने के लिए तैयार रिवर क्रूज़ गंगा विलास भारत में निर्मित पहला रिवर शिप है।
अपनी तरह का अनूठा क्रूज
13 जनवरी को अपना सफर शुरू करने जा रहे गंगा विलास क्रूज़ की लंबाई 62.5 मीटर, चौड़ाई 12.8 मीटर, ड्राफ्ट 1.35 मीटर, इसमें 18 सुइट्स होंगे। ये पूरी तरह से सुरक्षित होगा, इसी दृष्टि से इसको तैयार किया गया है। यह अपनी तरह का दुनिया का अनोखा क्रूज होगा। इसमें भारत के बढ़ते क्रूज टूरिज्म की झलक होगी। इस क्रूज़ के ज़रिए वाराणसी से डिब्रूगढ़ तक का सफर करीब 50 दिन में तय होगा। वहीं, काजीरंगा और सुंदरबन जैसे अद्भुत स्थलों से गुजरने की वजह से ये यात्रा और भी यादगार होगी। काशी के घाटों से शुरू होकर यात्रा बांग्लादेश के डिब्रूगढ़ जाने के मार्ग में जल यात्रा के कई रोमांचक पड़ाव पूरा करेगी। https://sarthakpahal.com/