देहरादून। परीक्षा में नकल करते हुए पकड़े जाने पर आपने अभी तक यह सुना होगा कि उसे या तो परीक्षा केंद्र के बाहर कर दिया था, या फिर उसे बाकी परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाती थी, लेकिन जिस तरह से नकल माफियाओं ने सरकार की नाक में दम कर रखा है, जिस तरह से उन्होंने सरकार की विश्वसनीयता पर दाग लगा रखा है, तो सरकार भी अब नकल माफिया पर सख्ती के मूड में आ गयी है।
नकल माफियाओं पर नकेल कसने की तैयारी
सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद भर्ती परीक्षाओं में धांधली रोकने में नाकाम होने के बाद अब सरकार ने इस मामले में कड़े कानून लागू करने का फैसला लिया है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक हुई। कैबिनेट द्वारा प्रदेश में भर्तियों में भ्रष्टाचार रोकने के लिये प्रदेश में शीघ्र सख्त नकल विरोधी कानून बनाये जाने का निर्णय लिया गया है। इस कानून में दोषियों को उम्रकैद और प्रॉपर्टी जब्त करने तक के प्रावधान किए जाएंगे। कैबिनेट ने नकल विरोधी कानून बनाने के लिए सहमति दे दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के युवा का हक मारने वाले किसी भी दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा।
उम्र कैद के अलावा होगी घर की कुर्की
कैबिनेट द्वारा लिये गये फैसले की जानकारी देते हुए मुख्य सचिव एसएस संधू ने बताया कि निर्णय लिया गया है कि भर्तियों में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सरकार द्वारा शीघ्र ही एक सख्त नकल विरोधी कानून लाया जाएगा। इसमें दोषी को उम्रकैद तक की सजा का प्रावधान किया जाएगा। साथ ही, इस कार्य में अर्जित की गयी सम्पत्ति को भी जब्त किया जाएगा। इस कानून का ड्राफ्ट लगभग तैयार है। एक से दो सप्ताह के बीच इसे लागू कर दिया जाएगा। https://sarthakpahal.com/