देहरादून। प्रदेश में पांच साल से युवा पटवारी, लेखपाल बनने का सपना देख रहे हैं। पहले यह भर्ती अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने निकाली थी, लेकिन उसमें नकल माफियाओं की वजह से परवान नहीं चढ़ पाई थी। अब राज्य लोक सेवा आयोग इस भर्ती को जिम्मा दिया था, लेकिन वहां भी नकल माफियाओं ने सेंधमारी कर पेपर लीक करा दिया। पेपर लीक होने के बाद युवा उम्मीदवारों की उम्मीदें फिर डगमगा गयी हैं, हालांक सरकार ने तुरंत ही 12 फरवरी को परीक्षा दोबारा कराने की ठान ली है।
पेपर लीक होते ही लाखों युवाओं को अपना भविष्य चौपट नजर आने लगा। उनके दिमाग में अब ये सवाल कौंध रहा है कि आखिर इन हाकमों से हमें कब तक छला जाता रहेगा। इसी बात को लेकर सोशल मीडिया में एक मजेदार वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें युवक हताश है। उसने इस उम्मीद में लड़की से शादी करने की हामी भरी थी, जब मैं पटवारी बन जाऊंगा तो तुम्हें ब्वाह कर ले जाऊंगा, लेकिन एक बार फिर नकल माफियाओं ने उसकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। https://sarthakpahal.com/
एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दो कलाकार गगीत के माध्यम सेबेरोजगारों की जिंदगी में आने वाली समस्याओं से अवगत कराते हुए कहते हैं कि, ‘मेरी अंजली मेरा खातिर कुछ महैना बस रैजा कुंवारी, समूह ग की भरती एैगे तेरा गौं औलू बंड़िक पटवारी… देखें वीडियो
प्रदेश में पटवारी और लेखपाल के कुल 513 पदों के लिए उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने 17 जून 2021 को विज्ञापन जारी किया था। इसकी शारीरिक दक्षता परीक्षा नवंबर 2021 में होनी थी, लेकिन उस समय कोरोना महामारी एक बड़ी बाधक बनकर सामने आई थी। इसके बाद पेपर लीक होने के बाद सरकार ने इस भर्ती की जिम्मेदारी सितंबर 2022 को उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को सौंपी। राज्य लोक सेवा आयोग ने पटवारी लेखपाल भर्ती का दोबारा विज्ञापन 14 अक्तूबर को जारी किया। अबकी यह भर्ती 554 पदों के लिए निकाली गई थी।
इसकी परीक्षा आयोग ने आठ जनवरी को कराई, लेकिन पेपर लीक होने के बाद परीक्षा रद्द कर दी गई। अब आयोग दोबारा 12 फरवरी को परीक्षा कराने जा रहा है, लेकिन उम्मीदवारों की उम्मीदें डगमगा रही हैं, उनका सपना चकनाचूर होता जा रहा है। उन्हें अब भी डर सता रहा कि दोबारा इतनी मेहनत के बाद परीक्षा देकर भी क्या पारदर्शिता रह सकेगी।