रुड़की। उत्तराखंड के रुड़की में एक बाइक सवार के गले में चाइनीज मांझा फंसने से उसकी गर्दन कट गई। इस दौरान तुरंत राहगीरों ने बाइक सवार को प्राइवेट अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसका इलाज बमुश्किल जान बचाई। यह घटना लक्सर फ्लाईओवर की है। शहर में चाइनीज मांझा प्रतिबंधित है, इसके बावजूद भी यह बेचा जा रहा है।
ताजा घटना लक्सर के फ्लाईओवर ब्रिज के पास की है। यहां से गुजर रहे बाइक सवार युवक का गला चाइनीज मांझे की चपेट में आने के कारण कट गया। इस कारण ग्रामीण बुरी तरह घायल हो गया। पीड़ित ग्रामीण अकोढ़ा कलां निवासी जितेंद्र चौधरी है। जितेंद्र के गले में जैसे ही चाइनीज मांझा फंसा तो उसकी गर्दन कट गई। इस दौरान उसने तुरंत बाइक रोकी और फौरन किसी तरह चाइनीज मांझे को अपनी गर्दन से निकाला ग्रामीण को अन्य राहगीरों ने देखा तो तुरंत प्राइवेट अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने उसका इलाज कर बमुश्किल बचा लिया। https://sarthakpahal.com/
बाजारों में चोरी-छिपे बिक रहा है तेजधार मांझा
ये तेजधार मांझा बाजार में चोरी-छिपे बिक रहा है। ये सूती धागे वाले मांझे की तुलना में काफी मजबूत होता है और इसकी डिमांड भी अधिक रहती है। सामान्य मांझा इस मेटल कोटेड मांझे की तुलना में कम खतरनाक होता है, लेकिन ये डिमांड में नहीं है। वजह ये है कि चाइनीज मांझा बनाने में प्लास्टिक या नायलॉन का उपयोग होता है। पतंगबाजी में स्वदेशी मांझे को पटखनी देने वाला चाइनीज मांझा बाजार में भले ही चोरी-छिपे बेचा जा जा रहा हो, लेकिन पतंग उड़ाने वाले इसी मांझे को खरीदना चाहते हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि वे ये बिल्कुल नहीं चाहते कि किसी कीमत पर उनकी पतंग कटे और उसे लूटा जा सके।