काशीपुर में बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में निकली विशाल ध्वज यात्रा
काशीपुर (ऊधम सिंह नगर)। बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में शनिवार को काशीपुर में एक विशाल ध्वज यात्रा निकाली गई। ध्वज यात्रा में हजारों की संख्या में लोगों ने जय श्री राम के नारों के साथ बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री को समर्थन दिया।
ध्वज यात्रा में शहर के तमाम राजनीतिक, धार्मिक तथा सामाजिक संगठनों के लोगों ने भाग लिया। काशीपुर में दोपहर 12 बजे ध्वज यात्रा मुख्य बाजार से होते हुए रामनगर रोड स्थित रामलीला मैदान में पहुंच रही है। ध्वज यात्रा का जगह-जगह लोगों ने स्वागत किया। बता दें, मध्य प्रदेश के बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री शुक्रवार देर रात हरिद्वार आचार्य बालकृष्ण के कनखल दिव्य मंदिर आश्रम पहुंचे।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने आचार्य बालकृष्ण को अपना बड़ा भाई बताया
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के आश्रम पहुंचने पर भव्य स्वागत हुआ। शास्त्री शुक्रवार पूरे दिन आचार्य बालकृष्ण के साथ ऋषिकेश स्थिति ब्यासी में रहे। पूछे जाने पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने आचार्य बालकृष्ण को अपना बड़ा भाई बताते हुए कहा कि उन्हें उत्तराखंड और हरिद्वार आने पर बहुत अच्छा लगा। उन्होंने पतंजलि योगपीठ, योग गुरु बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण सहित सभी प्रमुख सनातन धर्म आचार्यों से देश को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए सहयोग मांगा।
बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण को बागेश्वर धाम आने का दिया न्योता
बताया कि बागेश्वर धाम में 13 फरवरी से 19 फरवरी तक होने वाले महायज्ञ के लिए प्रमुख धर्माचार्य संत महंत को आमंत्रित करने के उद्देश्य वह उत्तराखंड हरिद्वार आए थे। उन्होंने योग और आयुर्वेद के संवर्धन में योग गुरु बाबा रामदेव, आचार्य बालकृष्ण और पतंजलि योगपीठ के कार्यों की सराहना भी की। बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर शुक्रवार को अपने यहां 13 से 19 फरवरी को आयोजित होने वाले यज्ञ का हरिद्वार के संत समाज को निमंत्रण देने आए थे। उन्होंने पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण से मुलाकात कर उन्हें और योगगुरु बाबा रामदेव को बागेश्वर धाम आने का न्योता दिया।
मीडिया को भनक तक नहीं लगी
सुबह हरिद्वार दिव्य मंदिर आश्रम में कुछ समय रुकने के बाद वह आचार्य बालकृष्ण के साथ ब्यासी चले गए। मीडिया को इसकी भनक तक नहीं लगी। पूरा कार्यक्रम गोपनीय रखा गया।पूरे दिन बालकृष्ण के ब्यासी में रहे। ब्यासी से शास्त्री ने आचार्य बालकृष्ण के साथी अपने फेसबुक से वीडियो भी जारी किया था। देर रात शास्त्री और बालकृष्ण के साथ कनखल दिव्य मंदिर आश्रम पहुंचे।
दिव्य योग मंदिर में रुकने के बाद दिल्ली होते हुए छतरपुर के लिए रवाना
इस दौरान शास्त्री का भव्य स्वागत हुआ। कहा कि हरिद्वार आकर अद्भुत लगा। देर रात शास्त्री हरिद्वार से छतरपुर के लिए चले गए। वहीं आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि आज हम दोनों को अच्छा लगा। कहा कि दोनों की विधाएं अलग हैं, लेकिन मार्ग एक है। दोनों ने उन्हीं विधाओं पर चर्चा की। कहा कि सनातन विधि हमारे ऋषियों का मार्ग है। लोगों के जीवन को सुगम किस तरह से बनाया जा सकता है उसके लिए और बेहतरी से काम किया जाएगा। https://sarthakpahal.com/