तीस लाख रुपये का चूना लगाकर फरार प्रमेंद्र सिंह गांधी चौक, लैंसडाउन से गिरफ्तार
कोटद्वार। तीस लाख का चूना लगाकर काफी समय से फरार आरोपी लोक निर्माण विभाग का कनिष्ठ सहायक प्रमेंद्र सिंह को पुलिस ने गांधी चौक, लैंसडाउन से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। गबन का आरोपी कोटद्वार नगर निगम में तैनात एकाउंटेंट था। तहरीर मिलने के बाद से ही पुलिस ने सरकारी धनराशि का गबन और धोखाधड़ी में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई थी।
सरकारी धन के दुरपयोग का मामला
प्रान्तीय लोक अधिशासी अभियंता प्रेम सिंह बिष्ट ने कोतवाली में लोक निर्माण विभाग कार्यालय लैंसडाउन में तैनात कनिष्ठ सहायक एकाउंटेंट प्रमेंद्र सिंह पुत्र स्व. लक्ष्मण सिंह चोरखाल, पट्टी कपोलस्यूं तहसील पौड़ी के खिलाफ ठेकेदार के दस प्रतिशत धन की कुल रकम तीस लाख से अधिक 31,75,096 को वापस न कर राजकीय धन के गबन के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। कनिष्ठ सहायक द्वारा ठेकेदारों के पैसों के चेक अपने चहेते परिचितों और रिश्तेदारों के खाते में ट्रांसफर कर दिये गये थे। https://sarthakpahal.com/
प्रमेंद्र सिंह के खिलाफ सबूत के आधार पर अभियोग में धारा 467/468,741 एवं 13(1)(2) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम-1988 में धारा 13(1)(2) की धारा लगाने के कारण विवेचना पुलिस उपाधीक्षक विभव सैनी को सौंपी गयी है। उपरोक्त धारा लगने के कारण आरोपी की गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई थी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाये जा रहे व्यापक धरपकड़ अभियान के तहत फरार प्रमेंद्र को शीघ्र गिरफ्तार करने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया था। गठित पुलिस टीम के द्वारा अभियुक्त प्रमेंद्र सिंह के मोबाइल को सर्विलांस पर लेकर प्रमेंद्र को गांधी चौक, लैंसडाउन के पास से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।