देहरादून। उत्तराखंड में फर्जी डिग्री मामले में जांच कर रही पुलिस ने अब दिल्ली से एक फर्जी डॉक्टर को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने इस गिरोह के सरगना इमलाख से साढ़े छह लाख रुपये में डिग्री खरीदी थी। इसका भी भारतीय चिकित्सा परिषद में रजिस्ट्रेशन कराया गया था। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
अब तक हो चुकी है 16 गिरफ्तारी
सीओ अनिल कुमार जोशी ने बताया कि इस मामले में अब तक 16 गिरफ्तारी हो चुकी हैं। जांच में पता चला था कि मोहम्मद गुरफान निवासी फर्स्ट फ्लोर चमेलियन रोड, उत्तरी दिल्ली भी फर्जी डिग्री के आधार पर प्रैक्टिस कर रहा है। इस पर उसकी गिरफ्तारी के लिए टीम दिल्ली रवाना की गई। पुलिस ने मंगलवार को उसे हिरासत में ले लिया। गुरफान ने बताया कि उसकी मुलाकात सद्दाम से हुई थी। जो अपने आपको बाबा कॉलेज का पीआरओ बता रहाथा। उसने बताया कि वह उसे बीएएमएस की डिग्री दिलवा देगा। बस उसे एक सप्ताह क्लास के लिए बाबा कॉलेज में आना पड़ेगा। इस झांसे में आकर उसने साढ़े छह लाख रुपये में डिग्री खरीद ली। इसके बाद गुरफान ने खुद को परिषद में रजिस्टर्ड करा लिया। वह प्रैक्टिस भी करने लगा। यह डिग्री राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ साइंस कर्नाटक की बताकर दी गई थी। https://sarthakpahal.com/
देहरादून के पते पर कराया गया था रजिस्ट्रेशन
फर्जी डॉक्टर गुरफान का रजिस्ट्रेशन कराने के लिए उसके पते को देहरादून महबूब कॉलोनी दर्शाया गया। गुरफान का कहना है कि वह इस पते पर कभी आया भी नहीं था। तीन लोगों ने परिषद के बाहर ही उससे साढ़े छह लाख रुपये लिए थे। तीनों लोग खुद को आपस में भाई बता रहे थे। सीओ अनिल कुमार जोशी ने बताया कि इनमें से इमलाख और उसके एक भाई को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। जबकि, दो भाइयों को नामजद किया गया है।