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छोटे पर्दे के हीरो कपिल शर्मा बड़े पर्दे पर फिर जीरो, पटकथा से मीलों दूर फिल्म Zwigato

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सार्थकपहल। कपिल शर्मा लेखक, निर्माता, निर्देशक नंदिता दास की फिल्म Zwigato के जरिए एक बार फिर डिलीवरी बॉय के किरदार में दर्शकों के सामने हैं। नंदिता दास का दावा है कि कपिल शर्मा की शक्ल एक आम इंसान सी है इसीलिए उन्होंने फिल्म में कपिल को मौका दिया। फिल्म ‘ज्विगाटो’ निर्देशक के रूप में नंदिता दास की तीसरी फिल्म है और बतौर अभिनेता कपिल शर्मा की भी ये तीसरी ही फिल्म है।

छोटे पर्दे के सुपर स्टार कपिल शर्मा ने अपने फिल्मी जीवन की शुरुआत अब्बास मस्तान के निर्देशन में ‘किस किसको प्यार करूं’ फिल्म से की। फिर उन्होंने खुद अपनी दूसरी फिल्म बनाई, ‘फिरंगी’। इस फिल्म ने कपिल की कलाकारी के सारे रंग फीके कर दिए।

नंदिता दास ने कपिल शर्मा को लेकर फिल्म ‘ज्विगाटो’ बनाई। कोविड के कारण घड़ी कंपनी का एक मैनेजर नौकरी जाने पर डिलीवरी बॉय बन जाता है। उनके दो बच्चे स्कूल में पढ़ते हैं। घर पर बूढ़ी मां भी है। एक तरफ नौकरी का संघर्ष, दूसरी तरफ परिवार की जिम्मेदारी। इन्हीं दो चक्कों के बीच पिसती सी चलती है फिल्म Zwigato की कहानी।

फिल्म की पटकथा में गहराई नहीं नजर आई। अगर नंदिता दास ने कुछ दिन फूड डिलीवरी बॉयज के साथ गुजारे होते, और उनकी मन:स्थिति करीब से समझी होतीं तो इसमें कोई शक नहीं कि ये फिल्म एक अच्छी फिल्म बन सकती थी। ‘ज्विगाटो’ से पहले नंदिता दास ‘फिराक’ और ‘मंटो’ जैसी फिल्में निर्देशित कर चुकी हैं। व्यावसायिक रूप से ये फिल्में भले ही सफल नहीं रही हो लेकिन ये फिल्में अंतराष्ट्रीय स्तर पर सराही जरूर गई।

‘ज्विगाटो’ में न तो कहानी है और न ही पटकथा का पता चलता हैं। फिल्म के पहले सीन से लेकर आखिरी सीन तक ऐसी कोई बात नजर नहीं आई, जो दर्शकों को आकर्षित कर सके। कपिल शर्मा ने ‘किस किस को प्यार करूं’ से फिल्मों में कदम रखा था। उनकी दूसरी फिल्म ‘फिरंगी’ भी फ्लॉप रही।  https://sarthakpahal.com/

कॉमेडी की छवि से उबरने के लिए वह आम आदमी बनने की कोशिश तो करते दिखते हैं लेकिन अगर उन्होंने इसके लिए राजेश खन्ना की फिल्म ‘बावर्ची’ देखी होती तो उन्हें समझ आता कि आम इंसान की सहजता किसे कहते हैं। हां, पत्नी की भूमिका में शहाना गोस्वामी ने अपनी भूमिका के साथ पूरी तरह से न्याय किया है। कहने को फिल्म में गुल पनाग, स्वानंद किरकिरे और सयानी गुप्ता भी हैं, लेकिन इनमें से किसी के भी किरदार का मूल कहानी के साथ कोई जुड़ाव नहीं लगा।

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