कोटद्वार। पौड़ी जिला प्रशासन ने बाघों के हमलों को देखते हुए रिखणीखाल, नैनीडांडा ब्लाक के करीब 30 गांवों में रात्रिकालीन कर्फ्यू लगा दिया है। इसके अलावा इन क्षेत्रों में स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों 17 और 18 अप्रैल तक बंद रखने के जिलाधिकारी आदेश चौहान ने देर रात आदेश जारी किये हैं। क्षेत्र में पिछले चार दिनों में बाघ ने दो बुजु्र्ग व्यक्तियों की हत्या कर दी है।
इन गांवों में लगा हुआ है कर्फ्यू
जिलाधिकारी की ओर से जारी आदेश में ग्रामीणों को शाम 7:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक घर से बाहर न निकलने के आदेश दिए गए हैं। जिन गांवों में कर्फ्यू लगाया गया है, उनमें ग्राम डल्ला मेलधार, क्वीराली, तोल्यूं, गाड़ियों, जूई, द्वारी, कांडा, कोटडी के साथ ही नैनीडांडा ब्लाक के ग्राम ख्यूंणाई तल्ली, ख्यूंणाई मल्ली, ख्यूंणाई बिचली उम्टा, सिमली मल्ली, चमाडा, सिमडी तल्ली घोड़ाकंद सहित कई अन्य गांव शामिल हैं। इसके अलावा क्षेत्र में धारा 144 भी लागू कर दी गयी है।
इन क्षेत्रों में सक्रिय है गुलदार
नैनीडांडा प्रखंड में धुमाकोट, कसाना, खुटिंडा, रिंगल्टी, बडोलगांव में लगातार ग्रामीणों को गुलदार नजर आ रहे हैं। गुलदार ग्रामीणों के कुत्ते व अन्य मवेशियों को निवाला बना रहे हैं। गुलदार के घर से ग्रामीणों का रात्रि में घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। सोमवार को डीएम डॉ. आशीष चौहान ने भी बाघ प्रभावित डल्ला गांव और सिमली तल्ली पहुंचकर ग्रामीणों, अधिकारियों से वार्ता की और हालात का जायजा लिया। https://sarthakpahal.com/
डीएम ने डीएफओ को दिए पिंजरों व कैमरा ट्रैप की संख्या बढ़ाने के निर्देश
दुगड्डा। डीएम डॉ. आशीष चौहान ने सोमवार को दुगड्डा लोनिवि गृह में राजस्व व वन अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने तहसील रिखणीखाल व घुमाकोट क्षेत्र में सक्रिय बाघ को देखते हुए संबंधित क्षेत्र के डीएफओ को क्षेत्र में पिंजरों व कैमरा ट्रैप की संख्या बढ़ाने, जिम कार्बेट के विशेषज्ञों से संपर्क कर दो ट्रेंकूलाइजर टीम भेजने, मुख्य मानकों के साथ 10 किमी परिधि का जीपीएस मैप तैयार करने के निर्देश दिए। साथ ही घटना स्थल पर तैनात फॉरेस्ट कर्मियों को पटाखे उपलब्ध कराने, क्षेत्र में फॉरेस्ट गार्ड की संख्या बढ़ाने व बाघ के पकड़े जाने तक क्षेत्र के ग्रामीणों से निरंतर संपर्क बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।