यमकेश्वर। उत्तराखंड में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर हमेशा से ही सवाल उठते रहे हैं। पहाड़ों पर वैसे भी स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराना कठिन चुनौती है। आलम यह रहता है कि गढ़वाल के पर्वतीय इलाकों में कहीं पर यदि कोई दुर्घटना या व्यक्ति बीमार हो जाए तो उसे इलाज के लिए कई किलोमीटर का सफर पैदल तय कर अस्पताल तक पहुंचाया जाता है। और अस्पतालों का हाल ये है कि कहीं पर डाक्टर नहीं, कहीं नर्स नहीं और जहां ये सब हैं, वहां पर दवाइयां का टोटा। इसी तरह यमकेश्वर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दवाएं एक्सपायर हो गयी हैं, इसकी किसी को चिंता नहीं, चाहे कोई जिए या मरे।
यमकेश्वर सीएचसी में मिली एक्सपायरी दवाएं
यमकेश्वर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक्सपायरी दवा मिलने से हड़कंप मचा हुआ है। जिलाधिकारी डा. आशीष कुमार चौहान ने जब सीएचसी का औचक निरीक्षण किया तो उन्हें अस्पताल में भारी अनियमितताएं देखने को मिलीं। सीएचसी सेंटर में एक्पायरी दवा मिलने से हड़कंप मचा हुआ है। जिलाधिकारी ने इस संबंध में सीएमओ को मामले की विभागीय जांच कराने के निर्देश दिये हैं।
ब्लाक मुख्यालय यमकेश्वर पहुंचे जिलाधिकारी ने सीएचसी यमकेश्वर का निरीक्षण किया। उन्हें अस्पताल की इमरजेंसी में एक्सपायरी दवा मिली। जिसके बारे में उन्होंने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि मरीज के उपचार के दौरान डाक्टर के पास एक्सपायरी डेट देखने का समय नहीं होता। ऐसे हालात में यह दवा मरीज को दी जा सकती थी, जिससे उसकी मौत भी हो सकती थी। उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए सीएमओ को विभागीय कार्रवाई करने के निर्देश दिये।
सीएचसी में लगा है गंदगी का अंबार
सीएचसी के अंदर कोविड का सामान भी इधर-उधर, अस्त-व्यस्त पड़ा हुआ मिला। जिलाधिकारी के निरीक्षण के दौरान केंद्र में गंदगी भी साफ देखी जा रही है। निरीक्षण के दौरान एसडीएम यमकेश्वर स्मृता परमार, सीएमओ पौड़ी डा. प्रवीण कुमार, चिकित्साधिकारी यमकेश्वर डा. राजीव कुमार, डा. पारुल, फार्मेसिस्ट सीपी भट्ट आदि उपस्थित रहे। https://sarthakpahal.com/