यमकेश्वर। यमकेश्वर प्रखंड में मणिकूट पर्वत की तलहटी में स्थित पौराणिक श्री नीलकंठ महादेव मंदिर के लिए ऋषिकेश से रोप-वे का सपने को अब जल्द ही हकीकत बनने वाला है। राज्य मंत्रिमंडल ने रोपवे के लिए 465 करोड़ की डीपीआर को मंजूरी दे दी है। अब जल्द ही रोपवे का निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा। ये जानकारी मुख्य सचिव एसएस संधु ने दी।
ऋषिकेश-नीलकंठ महादेव के बीच का सफर भारी भीड़ होने की वजह से भक्तों के लिए काफी कष्टदायक रहता है। यहां पर रोपवे की मांग लगातार उठती रही है। ऋषिकेश से नीलकंठ महादेव मंदिर तक जाने में अब श्रद्धालुओं को मिनटों का समय लगेगा। उत्तराखंड मेट्रो रेल अर्बन इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन लिमिटेड (यूकेएमआरसी) की बोर्ड बैठक में ऋषिकेश-नीलकंठ महादेव रोप-वे निर्माण पर मुहर लग चुकी थी। राज्य मंत्रिमंडल ने इस रोपवे परियोजना को हरी झंगी दे दी है।
465 करोड़ के रोप-वे में होंगे चार स्टेशन
यह रोपवे ऋषिकेश से नीलकंठ होते हुए पार्वती मंदिर (भौन) तक बनाया जाएगा। इस रोपवे की कुल लंबाई साढ़े छह किलोमीटर होगी। रोपवे पर चार पड़ाव होंगे। यह रोपवे ऋषिकेश के चारधाम यात्रा बस टर्मिनल से शुरू होगा, जिसके बाद नाव घाट (त्रिवेणी घाट) पर दूसरा पड़ाव होगा। जबकि तीसरा पड़ाव नीलकंठ महादेव मंदिर तथा चौथा और अंतिम पड़ाव पार्वती मंदिर (भौन) होगा। कैबिनेट ने भी रोपवे को मंजूरी दे दी है। मुख्य सचिव एसएस संधु ने बताया कि इस परियोजना का निर्माण कार्य पीपीपी मोड में होगा। रोपवे 6.5 किलोमीटर लंबा होगा और इसमें चार स्टेशन होंगे। https://sarthakpahal.com/