ईद पर स्कूली बच्चों से कुर्ता पाजामा, टोपी पहनने और नमाज पढ़ने पर बवाल, हिंदू संगठनों ने की तोड़फोड़
देहरादून। बसंत विहार क्षेत्र के इंदिरा नगर स्थित श्री चैतन्य टेक्नो स्कूल और गौतम इंटरनेशनल स्कूल में ईद से एक दिन पहले स्कूल में बच्चों से नमाज पढ़वाने, कुर्ता पाजामा पहनने के तुगलकी फरमान से बखेड़ा खड़ा हो गया। पता चला है कि स्कूल ने बच्चों से घर से कोरमा लाने की बातें भी कही थी।
बवाल के बाद प्रिंसिपल साहिबा फरार
बताया जा रहा है कि ईद के मौके पर स्कूल पहुंचे बच्चों से स्कूल प्रबंधक ने नमाज पढ़ाई। जबकि इससे ठीक पहले स्कूल प्रबंधकों ने स्कूल परिसर में होली के खेलने पर रोक लगाते हुए बच्चों को रंग न खेलने की हिदायत दी थी। जब अभिभावकों ने दोनों स्कूलों की शिकायत पुलिस को दी हंगामा खड़ा हो गया। मामले को बढ़ता देख स्कूल से प्रिंसिपल भाग गयी। सोमवार को जब दस बजे स्कूल खुला तो कुछ अभिभावक, हिंदू संगठन और बजरंग दल से जुड़े लोग स्कूल पहुंचे। घटना पर सूचना पर सिटी मजिस्ट्रेट कुशुम चौहान और जिला शिक्षा अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।
स्कूल प्रशासन बोला आरोप निराधार
स्कूल के रीजनल इंचार्ज आशुतोष और प्रिंसिपल पदमा भंडरी ने बताया कि स्कूल में सभी धर्मों के बच्चे हैं। एनसीईआरटी और संबद्ध बोर्ड के मुताबिक ही बच्चों को सिलेबस पढ़ाया जाता है। स्कूल में संस्कृत और फ्रेंच भाषा वैकल्पिक विषय है। बच्चों से सिर्फ मीठी सेंवई लाने को कहा गया था और टोपी भी सिर्फ मुस्लिम बच्चों ने नाटक के मंचन पर पहनी थी। किसी भी बच्चे से जबर्दस्ती नहीं की गयी थी। https://sarthakpahal.com/
नाटक का हुआ था मंचन
स्कूल प्रशासन का कहना है कि होली के समय परीक्षाएं चल रही थीं। इसलिए कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं किया गया था, लेकिन बच्चों ने स्कूल ने स्कूल में खेली थी। ईद के मौके पर भी सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गये थे। बच्चों ने इस दौरान हामिद नाटक का मंचन किया था। इस स्कूल का नाम पहले गौतम इंटरनेशनल था। पिछले साल अक्टूबर में हैदराबाद की संस्था ने इसे टेकओवर कर इसका नाम श्री चैतन्य टेक्नो स्कूल कर दिया था। स्कूल में करीब 11सौ बच्चे हैं। पूर्व प्रिंसिपल अजहर सुल्ताना के खिलाफ मैनेजमेंट संबंधी कई शिकायतें थीं, इसलिए उन्हें चार दिन पहले ही हटा दिया गया था।