देहरादून। सरेआम बीच सड़क पर वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा युवक के साथ की गयी गुंडई का वीडियो वायरल होते ही कांग्रेस को एक नया मुद्दा मिल गया है। ऐसे समय जब कर्नाटक में चुनावी बिगुल बज चुका है, ये मुद्दा बीजेपी को भारी पड़ सकता है। कांग्रेस ने इसे सीधे आम आदमी पर सत्ता का हमला बताया है। बुधवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेशभर में प्रदर्शन किया और प्रदेश सरकार व वित्त मंत्री के खिलाफ नारेबाजी कतरे हुए पुतला फूंका।
यह घटना लोकतंत्र पर बदनुमा दाग
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि मंत्री द्वारा की गयी गुंडई लोकतंत्र के लिए एक बदनुमा दाग है, जहां सत्तारूढ़ दल के मंत्री आम जनता को कीड़े मकोड़े की तरह समझते हैं। घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए माहरा ने कहा कि चुने हुए जनप्रतिनिधियों को इस तरह के कृत्य किसी भी सूरत में शोभा नहीं देते हैं। यदि जनता द्वारा चुना हुआ प्रतिनिधि ही इस तरह घृणित कार्य पर उतारू हो जाए तो फिर जनता किस पर विश्वास करे। करन माहरा का कहना था कि प्रेमचंद कोई सड़क छाप या ऐरा गेरा व्यक्ति नहीं हैं, वह विधानसभा अध्यक्ष जैसे गरिमामय पद पर रह चुके हैं। संसदीय कार्य मंत्री रह चुके हैं और वर्तमान में शहरी विकास व वित्त मंत्री हैं। ऐसे में उनसे समाज के एक जिम्मेदार सुलझे हुए और परिपक्व बर्ताव की अपेक्षा की जाती है।
प्रेमचंद अग्रवाल को बर्खास्त करने की मांग
करन माहरा ने अंदेशा जताया कि हर बार की तरह इस बार भी भाजपा आलाकमान इस मामले का संज्ञान होने के बावजूद अनदेखा कर देगा, क्योंकि भाजपाइयों का सौ खून माफ है। वैसे भी प्रेमचंद का विवादों से काफी पुराना रिश्ता है। पार्टी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने भी मुख्यमंत्री से कार्रवाई की मांग करते हुए दोषी मंत्री प्रेमचंद को तत्काल बर्खास्त कर एक मिसाल कायम करने की मांग की है।
रक्षक ही भक्षक बन जाए तो जनता का क्या होगा?
उन्होंने कहा कि जिनके कंधों पर राज्य की कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी है, जिन्हें राज्य की जनता टकटकी निगाह से निहार रही है, जब वही आम जनता के साथ मारपीट कर कानून की धज्जियां उड़ाने लगे तो प्रदेश में कानून का राज कैसे चलेगा। वहीं, पार्टी उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप और प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने भी इस मामले में प्रेमचंद अग्रवाल की निंदा की है।