राजौरी में आतंकियों से मुठभेड़ में 5 जवान शहीद, उत्तराखंड का रुचिन रावत भी शामिल
देहरादून। जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आतंकी हमले के बाद सेना ने घेराबंदी तेज कर दी है। अब बारामूला के करहामा कुंजर इलाके में सेना और आतंकियों में मुठभेड़ चल रही है। कश्मीर जोन पुलिस के अनुसार, सेना ने राजौरी में भी आतंकियों को चारों ओर से घेर लिया है।
शहीद 5 जवानों में उत्तराखंड का रुचिन रावत भी
उत्तराखंड में चमोली जिले के गैरसैंण ब्लॉक के कुनीगाड़ मल्ली गांव निवासी जवान रुचिन सिंह रावत जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच हुए मुठभेड़ में शहीद हो गए हैं। उनके शहीद होने की सूचना मिलते ही कुनीगाड़ सहित पूरे गैरसैंण में शोक की लहर छा गई है। हालांकि रुचिन के माता-पिता और दादा-दादी को अभी उनके शहीद होने की खबर नहीं है। गांव के लोगों का कहना है कि रुचिन के भाई को इसकी सूचना दे दी है वही परिजनों को बताएगा।
रुचिन रावत (30) 2009-10 में सेना में भर्ती हुए थे। रुचिन के चाचा सुरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि शहीद की पत्नी और बेटा जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में ही रहते हैं। उसकी पत्नी ने ही गैरसैंण में अपने माता-पिता को पति के शहीद होने की सूचना दी। रुचिन का एक चार साल का बेटा है। गैरसैंण एसडीएम कमलेश मेहता ने बताया कि आधिकारिक रूप से अभी इस संबंध में कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है, लेकिन क्षेत्र में कुनीगाड़ गांव के रुचिन सिंह रावत के शहीद होने की बात प्रकाश में आई है।
पीएएफएफ ने फिर ली जिम्मेदारी
आतंकी संगठन पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट ने राजोरी में पांच जवानों की शहादत की जिम्मेदारी ली है। फ्रंट ने टेलिग्राम पर लिखा कि वह जैसा चाहते थे, ठीक उनकी उम्मीदों के मुताबिक हुआ है। घात लगाकर आईईडी को रिमोट से बिस्फोट किया। यह भी लिखा कि कितना आसान है घात क्षेत्र में उकसा कर बुलाना। कितना आसान है सेना की हर हरकत का पता लगाना। हमने जंगलों को बहुत ही अच्छे से अपने लिए तैयार किया है। https://sarthakpahal.com/