
देहरादून। प्रदेश की सबसे लंबी पेयजल योजना से यमुना से मसूरी पानी पहुंचाने की प्रक्रिया के पहले चरण में यमुना स्थित कुएं से मुख्य पंपिंग स्टेशन तक पहले पानी पहुंचाया गया। उसके बाद आगे के दो पंपिंग स्टेशन (आईपीएस-1 व आईपीएस-2) का ट्रायल सफल रहा। सबसे आखिर में 13/14 मई की रात एक बजे मसूरी के राधा भवन तक पानी पहुंच गया।
30 साल तक पानी की समस्या से मुक्ति
महज तीन साल में 144 करोड़ की परियोजना से सफलतापूर्वक पानी चढ़ने से मसूरी को 30 साल तक पेयजल की किल्लत नहीं होगी। इस योजना से मई के आखिर में पेयजल मिलना शुरू हो जाएगा। इस योजना के तहत 18 किलोमीटर लंबी पेयजल लाइनों से 1.2 किमी ऊंचाई तक पानी पहुंचाया जा रहा है।
मई के आखिर से पानी की सप्लाई हो जायेगी शुरू
पेयजल निगम के एमडी उदयराज सिंह ने बताया कि अभी कुछ दिन इसका ट्रायल चलेगा क्योंकि पेयजल लाइन के भीतर की पूरी गंदगी इससे दूर हो जाएगी। इसके बाद मई के आखिर से मसूरीवासियों को शुद्ध पेयजल मिलना शुरू हो जाएगा। परियोजना में अहम योगदान देने वाले कुमाऊं के प्रभारी चीफ इंजीनियर सुजीत विकास ने बताया कि परियोजना मील का पत्थर साबित होगी।
एक लाख लोगों की पानी की समस्या होगी दूर
इस परियोजना से पहले चरण में यमुना से भेड़ियाना गांव स्थित ट्रीटमेंट प्लांट और मेन पंपिंग स्टेशन तक और उसके बाद कैंप्टी फॉल स्थित दूसरा पंपिंग स्टेशन, फिर सुरभि रिजॉर्ट स्थित पंपिंग स्टेशन और फिर अंत में मसूरी के राधा भवन स्थित पानी की टंकी तक की आबादी इस परियोजना का लाभ उठा सकेगी। https://sarthakpahal.com/
मसूरी पेयजल परियोजना के सफल ट्रायल पर पेयजल निगम की पूरी टीम बधाई की पात्र है। मसूरीवासियों के लिए यह योजना एक सौगात साबित होगी। इसी महीने हम परियोजना से घर-घर तक पानी पहुंचाना शुरू कर देंगे।
नितेश झा, सचिव, पेयजल निगम