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गढ़वाली लड़की, मुस्लिम लड़का और शादी का कार्ड, सोशल मीडिया में जबर्दस्त भूचाल

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सार्थकपहल। आजकल सोशल मीडिया में एक शादी के कार्ड की बाढ़ सी आई हुई है, जिस किसी के मोबाइल पर देखो यही कार्ड घूम रहा है। लोग इस कार्ड को लेकर तरह-तरह की बातें कर रहे हैं।

उत्तराखंड के इतिहास में ये पहला मामला
प्यार वार के किस्से तो बहुत सुने थे, देखे भी हैं, लेकिन उत्तराखंड के इतिहास में ये पहली बार होने जा रहा है कि जब एक गढ़वाली लड़की मुस्लिम लड़के से शादी करने वाली है। वैसे इससे पहले भी गढ़वाली लड़कियों ने मुस्लिम लड़कों से भागकर शादियां की हैं, लेकिन ये मामला अपने आप में अनोखा है, क्योंकि दोनों की 28 मई रविवार को अरेंज मैरिज होने जा रही है। कार्ड छप चुके हैं, तभी से पूरे उत्तराखंड में भूचाल-सा मचा है। ये मामला हाई प्रोफाइल भी है। लड़की के पिता यशपाल रावत पूर्व में पौड़ी के विधायक रह चुके हैं और इस समय वे पौड़ी नगरपालिका के अध्यक्ष भी हैं। https://sarthakpahal.com/

कानून क्या कहता है इस शादी के बारे में
अगर देखा जाए तो कानूनन रूप से ये शादी वैध है, क्योंकि दोनों बालिग हैं, पढ़े-लिखे हैं, और अपनी और परिवार की रजामंदी से शादी करने जा रहे हैं। कहते हैं न कि ‘जब मियां बीबी राजी, तो क्या करेगा काजी’। कानून इस शादी का पूरा सम्मान करेगा। दुनिया के तमाम धर्मों में तरह-तरह की जटिल परंपराएं चली आ रही हैं। समय के अनुसार उन परंपराओं में बदलाव हो रहा है। दरअसल, हम सभी जानते हैं कि धर्म एक बेहद निजी मामला है और इसको किसी पर थोपा नहीं जा सकता।

सबसे बड़ा सवाल क्या लड़की मुसलमान बन जायेगी?
अब सोशल मीडिया में सबसे बड़ा सवाल उठ रहा है कि क्या मोनिका रावत मुसलमान बन जायेगी, क्योंकि इस्लाम में निकाह तभी कबूल किया जाता है जब वह मुसलमान हो। अब सवाल ये उठता है कि क्या मोनिका रावत को इस्लाम धर्म अपनाना होगा? कुरान में स्पष्ट लिखा है कि मुस्लिम लड़के को एक गैर मुस्लिम लड़की से शादी करने की इजाजत है बशर्ते वह लड़की ‘पीपुल ऑफ द बुक’ यानी अहलुल किताब की सदस्य हो।

क्या कहता है मुस्लिम कानून
मुस्लिम कानून के तहत एक मुस्लिम लड़के और एक हिंदू लड़की के बीच विवाह की स्थिति में, शादी के आयोजन के लिए हिंदू लड़की को इस्लाम धर्म में रूपांतरण करने की आवश्यकता होगी। मुस्लिम कानून में रूपांतरण के लिए विशिष्ट प्रावधान हैं। एक मुस्लिम विवाह के अनुबंध के लिए एक पक्ष की ओर से प्रस्ताव (इजब) और दूसरे एक पक्ष की ओर से स्वीकृति (कबूल) की आवश्यकता होती है।

कहां से हुई शुरुआत
दरअसल लड़की मोनिका रावत रुड़की के इंजीनियरिंग कालेज से बीटेक कर रही थी। वहीं उसकी लड़के मोनिस से मुलाकात होती है जो कि खुद वहीं से बीटेक कर रहा था। दोनों में पढ़ते-पढ़ते प्यार हो जाता है और दोनों शादी करने के लिए तैयार हो जाते हैं।

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