देहरादून। बीती रात से ही प्रदेश में मौसम ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया था। जहां एक ओर बुधवार को आसमान में बादल छाए रहे, तो वहीं मंगलवार रात को आंधी लोगों के लिए आफत बन गई। प्रदेशभर में जगह-जगह पेड़ गिरने से हुए हादसों में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि छह लोग घायल हैं। ज्वालापुर में कटहरा बाजार सि्थत अंसारी मार्केट में करीब 100 वर्ष पुराना पीपल का पेड़ था। मंगलवार देर शाम बारिश शुरू हुई तो यहां रेहड़ी लगाने वाले कुछ लोग इसके नीचे खड़े हो गए। रात साढ़े नौ बजे पेड़ अचानक गिर गया। दो घंट के रेस्क्यू में इरफान, समीर और हर्ष को निकाल लिया गया। इरफान गंभीर है, उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। उधर, उत्तरकाशी में आकाशीय बिजली गिरने से 26 बकरियों की मौत हो गयी।
पौड़ी के वकील तनुज सेमवाल की मौत
पुलिस के अनुसार मृतक की पहचान हाईकोर्ट के अधिवक्ता तनुज सेमवाल पौड़ी के रूप में हुई है। उनकी बेटी रुद्रपुर में और परिवार नैनीताल के नैनागांव में रहता है। हाईकोर्ट के अधिवक्ता तनुज सेमवाल हल्द्वानी से रुद्रपुर जाने के लिए निकले और देवलचौड़ पर आईसक्रीम खरीदी और उसे खाते हुए जा रहे थे। घर से फोन आया तो बताया कि बस पहुंच रहा हूं। रात 10:50 बजे तूफान आया लेकिन उन्होंने रुकने के बजाय घर जाना उचित समझा जो उनकी भारी भूल साबित हुई। सूचना पर पहुंचे पुलिस कर्मियों और फायर कर्मियों के बाद राहत और बचाव कार्य शुरू हुआ और रात 12ः45 बजे कार से तनुज का शव कार से निकाला जा सका।
आकाशीय बिजली गिरने से 26 बकरियां मरीं
यमुनोत्री हाईवे पर खनेड़ा किसाला स्लीपजोन के पास मलवा व पत्थर आने के कारण मार्ग बाधित हो गया। जिससे सड़क के दोनों ओर सैकड़ों श्रद्धालुओं के साथ स्थानीय लोग भी फंस गए हैं। आकाशीय बिजली गिरने से उत्तरकाशी में महेंद्र सिंह की 19 बकरियां, हुकम सिंह की दो और नारायण सिंह की पांच बकरियों की जंगल में मौत हो गई।