देहरादून। दिल्ली निवासी महिला तीर्थयात्री की शिकायत पर पुलिस ने सख्स कार्रवाई की है। केदारनाथ यात्रा पर आई एक महिला तीर्थयात्री के साथ अभद्रता करने वाले पांच घोड़ा खच्चर संचालकों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है, जबकि पुलिस आरोपी सभी घोड़ा खच्चरों का लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई करनेे जा रही है।
जानकारी के अनुसार, केदारनाथ धाम यात्रा पर आई महिला श्रद्धालु तनुका पौंडार निवासी महिपालपुर दिल्ली ने कोतवाली सोनप्रयाग में शिकायत दर्ज की थी कि वह 10 जून को गौरीकुंड से केदारनाथ यात्रा के लिए पैदल जा रही थी। पैदल रूट पर भीमबली पुल के पास एक घोड़ा बुरी हालत में नीचे गिरा था, जिसे देखने के लिए वह वहां पर रुक गयी थी। महिला तीर्थयात्री का कहना है कि उसने आसपास के लोगों से मदद मांगी, लेकिन किसी के द्वारा मदद नहीं की गयी। इसी दौरान एक व्यक्ति वहां पर अन्य घोड़ों को बुरी तरह मार रहा था, जिसका उसने विरोध करते हुए ऐसा न करने को कहा। लेकिन, ऐसा बोलते ही घोड़ा संचालकों की भीड़ वहां पर इकट्ठा हो गयी। महिला का आरोप है कि इसी दौरान चार-पांच लोगों ने उनके साथ मारपीट और बदतमीजी की। बचाव करने आए अन्य घोड़ा संचालकों के साथ भी मारपीट की शिकायत की गयी है। https://sarthakpahal.com/
पांच पर मुकदमा दर्ज, एक नाबालिग भी शामिल
शिकायतकर्ता की शिकायत के आधार पर कोतवाली सोनप्रयाग ने मामले की विवेचना करते हुए घटना में शामिल पांच अभियुक्तों का चिन्हीकरण किया गया है, जिसमें अंकित सिंह, संतोष कुमार, रोहित कुमार सभी जयकुंडी, थाना अगस्त्यमुनि, जिला रुद्रप्रयाग निवासी हैं, जबकि गौतम सिंह निवासी जाखन भरदार, थाना व जिला रुद्रप्रयाग व एक नाबालिग लड़का भी घटना में शामिल था।
केदारनाथ धाम में ऐसी घटना निंदनीय: अजेंद्र अजय
पुलिस द्वारा इन सभी घोड़ा संचालन हेतु जारी किये गये लाइसेंस निरस्तीकरण विषयक अनुरोध भी संबंधित विभाग से किया गया है। इधर, बदरी केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेन्द्र अजय ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उनका कहना था कि यात्रा पर आ रहे तीर्थयात्रियों का अतिथि देवो भवो के साथ सम्मान किया जाता है, किंतु केदारनाथ पवित्र धाम में इस तरह की घटना घोर कृत्य के समान है। उन्होंने पुलिस अधीक्षक व जिलाधिकारी सोनप्रयाग को फोन कर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने को कहा है।