पुलिस के 4600 ग्रेड पे का साइड इफेक्ट! कांस्टेबल के 20% पद खत्म, बेरोजगारों को झटका
देहरादून। उत्तराखंड में पुलिस कांस्टेबल की 4600 ग्रेड पे की मांग का असर सिपाहियों के कुल पदों के ढांचे पर दिखने लगा है। पिछले साल सिपाहियों के बढ़े हुए 4600 ग्रेड पे की मांग पर पुलिस मुख्यालय ने कुछ प्रस्ताव शासन को भेजे थे। इसके बाद ग्रेड पे की जगह सिपाहियों को प्रमोशन का फैसला लिया गया। एडिशनल सब इंस्पेक्टर के लिए नए पद भी सृजित किये गए। राज्य पर वित्तीय बोझ न पड़े इसके लिए ऐसा फार्मूला निकाला गया कि पुलिस कांस्टेबल को प्रमोशन का लाभ भी मिल जाए और नए पदों का बोझ भी राज्य पर ना पड़े। और यही फार्मूला बेरोजगार युवाओं पर भारी पड़ गया।
पुलिस कांस्टेबल के 20 फीसदी पद खत्म
दरअसल राज्य में सिपाहियों के कुल 17,503 पद सृजित हैं। लेकिन नए फार्मूले के बाद शासन ने सिपाहियों के 17,503 पदों में से 20% यानी 3500 पद खत्म कर दिए गए। ये वे पद हैं जिन पर सीधी भर्ती के जरिए युवाओं को रोजगार का मौका मिलता। इस फैसले के चलते युवाओं के रोजगार को तगड़ा झटका लगा है।
क्या है इन पदों को भरने का खेल
हालांकि सीधी भर्ती के इन पदों में 3500 पद खत्म करके इनमें आधी संख्या यानी 1750 पद मुख्य आरक्षी के बढ़ा दिए गए। इस तरह मुख्य आरक्षी पद 3440 से बढ़कर 5190 कर दिया गया। चूंकि ये प्रमोशन का पद है इसलिए इसका फायदा युवाओं को नहीं मिलेगा। इसी तरह 1750 एडिशनल सब इंस्पेक्टर के नए पद भी प्रमोशन के पद हैं। यहां भी युवाओं की रोजगार के रूप में सीधी एंट्री नहीं मिलेगी। https://sarthakpahal.com/
20% पद खत्म होने से थानों चौकियों पर पड़ेगा असर
कांस्टेबल के पद पर 3500 की संख्या कम करने के बाद चौकी थानों में भी कॉन्स्टेबल की संख्या कम होगी, जबकि चौकी थानों में सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सिपाही की ही होती है। देखा जाए तो जमीनी स्तर पर उन्हीं के द्वारा काम को पूरा किया जाता है।