हरिद्वार। कांवड़ मेला शुरू होते ही भक्ति और आस्था के तरह-तरह के रंग नजर आने लगे हैं। कोई अपने माता-पिता को कांवड़ में बैठाकर यात्रा करा रहा है तो कोई नोटों से कांवड़ सजाकर ले जा रहा है। इसी तरह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शामली के रहने वाले विजय हिंदुस्तानी ने अपने शरीर पर 251 शहीद सैनिकों के नाम गुदवाए हैं। इसके अलावा उन्होंने अपने शरीर पर 51 झंडे भी पिन से लगा रखे हैं। धर्मनगरी आस्था से सराबोर नजर आ रही है।
पिन से शरीर पर लगाए 51 झंडे
विजय हिंदुस्तानी ने बताया कि देश की रक्षा करने वाले वीर जवानों की सलामती की कामना को लेकर वह कांवड़ लेने हरिद्वार पहुंचे हैं। पुलवामा अटैक के बाद उन्होंने देश के 251 शहीद वीर जवानों के नाम अपने शरीर पर गुदवाए हैं और 51 तिरंगे झंडे लगाकर वे कांवड़ लेने हरिद्वार आए हैं। भगवान शिव से उनकी केवल यही कामना करते हैं कि देश का कोई भी जवान शहीद ना हो और देश प्रगति के पथ पर बढ़ता रहे।
मुजफ्फरनगर में दिखा नोटों से बना कांवड़
बता दें कि शनिवार को मुजफ्फरनगर जनपद का दिल कहे जाने वाले शिव चौक पर एक नोटों की कावड़ पहुंची। इस कावड़ में एक लाख 51 हज़ार रुपये के 50 और 200 के नोट लगाए हुए थे, जिसे देखकर हर कोई हैरान था। इसी तरह दिल्ली शाहदरा के सागर राणा 51 हजार के नोटों से बनी कांवड़ लेकर धर्म नगरी पहुंचे हैं। नोट से बनी कांवड़ आकर्षण का मुख्य केंद्र बनी हुई है। उन्होंने अपनी कांवड़ में 41 हजार के 200 के नोट और 10,000 के 50 के नोट लगाए हैं।
भक्ति के रंग में रंगी धर्मनगरी
सावन मास के पवित्र महीने में धर्मनगरी हरिद्वार भक्ति के रंग में रंगी है। शिवभक्त कांवड़िए भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए किसी भी कठिनाई से जूझने को तैयार हैं और वह कई किलोमीटर की यात्रा कर तीर्थनगरी हरिद्वार गंगाजल लेने पहुंच रहे हैं। हरिद्वार से पवित्र गंगाजल लेने के बाद उन्हें अपने गंतव्य तक पहुंचने में कई दिन लगेंगे। https://sarthakpahal.com/