धनबाद। धनबाद जिले के भोर बलियापुर के पलानी गांव के एक भाई-बहन का शव बुधवार को धौखरा हाल्ट के पास मिला था। आशंका है कि दोनों ने ट्रेन से कटकर जान दी होगी। शव किसके हैं, ये सभी को पता है, लेकिन लोकलाज के डर से न तो परिजन और न ही ग्रामीण कई दिन गुजर जाने के बाद भी मुंह खोलने को तैयार नहीं।
दोनों के शव डीप फ्रीजर में रखे गये हैं
बताया जा रहा है कि दोनों रिश्ते में भाई-बहन थे। उनमें प्रेम संबंध था। विवाह हो नहीं सकता था, इसलिए दोनों ने जान दे दी। उनकी लाशें पुलिस ने अज्ञात मान एसएनएमएमसीएच के डीप फ्रीजर में रखवाई है। सबसे दुखद ये है कि मरने के बाद भी दोनों की रूह अंतिम संस्कार का इंतजार कर रही है। बावजूद न तो परिजनों का दिल पसीज रहा और न ही गांववालों का।
दिन पर दिन गुजर रहे, नहीं जाग रही पुलिस
बलियापुर थाना पुलिस को मालूम है कि दोनों पलानी के रहने वाले थे। उनके माता-पिता की भी जानकारी है। बावजूद पुलिस हाथ पर हाथ रखे बैठी है। पुलिस दोनों को अज्ञात मान रही है, लेकिन तस्वीर समाचार पत्रों में प्रकाशित नहीं कराई गई। पुलिस इंतजार कर रही है कि परिजन खुद थाना आकर प्राथमिकी दर्क जराएंगे, तभी आगे कार्रवाई होगी। बलियापुर थानेदार एसके यादव का कहना है कि यदि शवों पर कोई दावा करने नहीं आया तो पुलिस अंतिम संस्कार कराएगी। https://sarthakpahal.com/
एक सवाल ये भी, सम्मान के नाम पर कहीं हत्या तो नहीं
एक ही गांव और एक ही परिवार के युवक-युवती की मौत की खबर को जिस तरह से परिजन पचा रहे हैं, उससे सवाल यह भी उठ रहा कि कहीं सम्मान के नाम पर हत्या तो नहीं कर दी गई। बलियापुर थानेदार कहते हैं कि साफ शब्दों में गांव में संदेश दे दिया गया है कि जो भी परिजन हैं वे आकर शव ले जाएं। बाद में कुछ उजागर होता है तो बचेगा कोई नहीं। दोनों बच्चों का सामाजिक रूप से जो भी आचरण रहा हो, मगर मरने के बाद शवों का सम्मान सहित अंतिम संस्कार तो होना ही चाहिए। इतना तो उनका अपने परिवार पर हक है ही। पलानी के मुखिया प्रतिनिधि धमेंद्र तुरी कहते हैं, उनकी पंचायत में ऐसी घटना की कोई जानकारी नहीं है।