
पौड़ी। पौड़ी के तहसील थलीसैंण में गुरुवार देर रात ग्राम रौली में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। थलीसैंण-पीठसैंण-बुंगीधार मोटर मार्ग पर बगवाड़ी गांव के समीप पुल के एक हिस्से का पुश्ता क्षतिग्रस्त हो गया है। बादल फटने के कारण ग्राम रौली में चन्दन सिंह पुत्र इन्द्र सिंह की गौशाला पूर्णरूप से क्षतिग्रस्त हो गयी। चौथान पट्टी के पांच से अधिक गांवों की आवाजाही ठप है, जबकि पट्टी के 80 गांवों की आवाजाही प्रभावित हुई है।
बादल फटने से ग्रामीणों को हुआ नुकसान
प्रमोद नेगी ग्राम नौली के आवासीय भवन के आंगन का पुश्ता टूट गया है। दर्शन सिंह ग्राम रौली की गौशाला क्षतिग्रस्त हुई है. रेनू रावत ग्राम गडरी के आवासीय मकान का पीछे का पुस्ता क्षतिग्रस्त हो गया है. इसके साथ ही सुनील गुसाईं ग्राम किरसाल के आवासीय भवन का पुश्ता क्षतिग्रस्त हुआ है। थलीसैण के उप जिलाधिकारी अजय वीर सिंह ने बताया कि मौके पर प्रशासन की टीम पहुंच गयी थी। खेतों में भी कटान हुआ है। कई मवेशियों की जान चली गयी है। इसके साथ ही पुल को भी नुकसान पहुंचा है। पूरी घटना में हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। गनीमत रही कि किसी तरह की जन हानि नहीं हुई है। पुल पर आवाजाही बंद होने से चौथान पट्टी के बगवाड़ी, व्यासी, रणगांव, सुंदरगांव, पीठसैंण आदि गांवों का यातायात ठप हो गया है।
कई जानवर लापता, एक बकरी का शव बरामद
पट्टी के ग्रामीणों को भीड़ा-जसपुर-उफरैंखाल मोटर मार्ग से 30 किमी का अतिरिक्त फेरा लगाना होगा। इस आपदा से पट्टी के रौली गांव के एक ग्रामीण की गौशाला बह गई है। जिसमें 10 बकरियां व दो बैल लापता हैं। जबकि एक बकरी का शव बरामद हो गया है। साथ ही रौली और बगवाड़ी गांव के ग्रामीणों के खेत बह गए हैं। घटना की सूचना मिलने पर राजस्व पुलिस, लोनिवि बैजरों के अधिकारी-कर्मचारी मौके पर पहुंचकर आपदा में हुई क्षति का आंकलन करने में जुट गए हैं। https://sarthakpahal.com/
खतरे की जद में आया मकान
एनटी आनंदपाल ने कहा कि रौली गांव में एक मकान भू-स्खलन की जद में आ गया है, लेकिन उस मकान में कोई नहीं रहता है। साथ ही रौली गांव में पेयजल लाइन टूटने से जलापूर्ति भी बंद हो गई है। एनटी आनंद पाल ने कहा कि आपदा से हुई क्षति का आंकलन किया जा रहा है। प्रभावितों को जल्द ही मानकानुसार मुकावजा प्रदान किया जाएगा। इस अवसर पर कानूनगो भीम सिंह असवाल, राजस्व उपनिरीक्षक जितेंद्र रावत, सहायक अभियंता लोनिवि सुशील कुमार आदि मौजूद रहे।