पौड़ी गढ़वाल के आपदाग्रस्त क्षेत्र कांडी और चाई दमराड़ा का डीएम पौड़ी ने किया दौरा

यमकेश्वर। पौड़ी जिले अतिवृष्टि होने से बीते मंगलवार देर रात यमकेश्वर विकासखंड के अंतर्गत कांडी गांव में चार गौशालाएं ढह गई। जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने आपदाग्रस्त क्षेत्रों में जाकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर व क्षेत्र में हुए नुकसान का भी जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान डीएम के साथ उपजिलाधिकारी यमकेश्वर आकाश जोशी, नायब तहसीलदार किशोर रौतेला, राजस्व उपनिरीक्षक नरेंद्र सिंह, अमित तोमर सहित अन्य उपस्थित थे।
सतेड़ी नदी ने कई इलाकों में फिर मचाई तबाही
सतेड़ी नदी में आई बाढ़ से यमकेश्वर ब्लाक के कई तटीय इलाकों में भारी तबाही हुई है। बीते दिनों हुई बरसात से चाई दमराड़ा और पंचूर में मछली के तालाब बह गये। नदी के कटाव के कारण झंपा पैदल पुल का एक पिलर भी धराशायी हो गया। सीला नहर का करीब 150 मीटर और रायसेरा नहर का करीब 50 मीटर हिस्सा सतेड़ी नदी की भेंट चढ़ गया।
कांडी में गौशाला ढहने से कई मवेशी दबकर मरे
यमकेश्वर के कांडी में बारिश होने से मदन सिंह नेगी की गौशाला ढह गई, जिसमें 7 गाय, 3 बकरियां और मुर्गियों की मलबे में दबकर मौत हो गई। कांडी गांव में ही सुरमान नेगी और सुमित नेगी के शौचालयों में दरारें भी पड़ी हैं। जिलाधिकारी ने आपदाग्रस्त क्षेत्र का निरीक्षण करते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने पीड़ित परिवारों को हर सम्भव मदद दिये जाने का भी आश्वासन दिया। उन्होंने संबंधित अधिकारी को निर्देश दिये कि गौशाला के अंदर मलबे से दबकर हुई गाय, बकरी व मुर्गियों के नुकसान का मुआवजा पीड़ित परिवारों को समय पर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि जिला प्रशासन आपदा प्रभावित क्षेत्रों में निरंतर नजर बनाए हुए हैं। https://sarthakpahal.com/
दमराड़ा में लटके विद्युत तारों को ठीक करने के दिए निर्देश
जिलाधिकारी ने यमकेश्वर के अंतर्गत दमराड़ा गांव स्थित झूलते विद्युत तारों व मोटर मार्ग का निरीक्षण किया। उन्होंने विद्युत विभाग को निर्देश दिये कि तत्काल झूलते तारों को ठीक करना सुनिश्चित करें। साथ ही उन्होंने सड़क मार्ग में पानी की निकासी न होने पर लोनिवि के अधिकारी को जल्द पानी की निकासी के लिए नाली बनाने के निर्देश दिये।
भ्रमण के दौरान के साथ जिलाधिकारी के साथ कांडी के प्रधान अनुज नेगी, बिथ्याणी के प्रधान सतेंद्र नेगी, अशोक नेगी, सुरमान नेगी, सुमित नेगी के अलावा कई ग्रामीण शामिल रहे।