
यमकेश्वर। पहाड़ों पर हो रही भयंकर बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई लोग काल के गाल में समा चुके हैं। दुगड्डा के पास बादल फटने से पूरा पहाड़ सड़क पर आ गिरा है, जिस कारण कोटद्वार-दुगड्डा के बीच यातायात बंद हो गया है। कोटद्वार में सुखरो नदी की सुरक्षा दीवार टूटने से नदी का बहाव सिम्मचौड़ गांव की ओर हो गया है। जिससे हजारों लोग भयभीत हैं।
दुगड्डा में बादल फटा
दुगड्डा में बादल फटने से कोटद्वार-दुगड्डा के बीच यातायात प्रभावित हो गया है। बादल फटने से पूरा पहाड़ दरक कर सड़क पर आ गया है। दुगड्डा से कोटद्वार की तरफ जाने वाला पूरा रास्ता बंद हो गया है।
कोटद्वार में लोगों ने उपजिलाधिकारी को घेरा
स्थानीय लोगों ने बताया 12 जुलाई को उपजिलाधिकारी कोटद्वार व लैंसडौन वन प्रभाग प्रभागीय वनाधिकारी को ज्ञापन देकर सुरक्षा दीवार निर्माण करने के बारे में अवगत करवाया गया था। 13 जुलाई की रात भारी बारिश में सुखरो नदी का जलस्तर बढ़ने से सुरक्षा फिर टूटने से 40-50 घरों में नदी का पानी भर गया था। 13 जुलाई को स्थानीय लोगों ने उपजिलाधिकारी कोटद्वार को ज्ञापन प्रेषित कर सुखरो नदी से बने खतरे से सुरक्षा की मांग की गयी थी। सिम्मचौड़ निवासियों ने तहसील परिसर पहुंचकर उप जिलाधिकारी कोटद्वार का घेराव किया। साथ ही जल्द सिम्मचौड़ गांव को बचाने की मांग की। https://sarthakpahal.com/
यमकेश्वर ब्लाक में अतिवृष्टि से तबाही
उधर, यमकेश्वर ब्लाक में अतिवृष्टि से तबाही का मंजर है। कई मकान, शौचालय क्षतिग्रस्त हो गये हैं। दुगड्डा ब्लाक को जोड़ने वाला थलनदी पर बना पुल और झंपा का पुल बारिश की भेंट चढ़ चुके हैं। सतेड़ी नदी इस बार फिर उफान पर है। कई मवेशियों का नुकसान हुआ है। अभी कुछ दिन जिलाधिकारी ने आपदाग्रस्त इलाकों का दौरा भी किया था।