91 रन पर 7 विकेट और फिर ग्लेन मैक्सवेल का गदर, कपिल पाजी की याद दिला दी, अद्भुत, अविश्वसनीय

स्पोर्ट्स डेस्क। ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैक्सवेल ने विश्व कप के रोमांचक मैच में अफगानिस्तान के खिलाफ मैच विजयी नाबाद 201 रन की पारी खेली, जिससे पांच बार की चैंपियन टीम सेमीफाइनल में पहुंच गई। मैक्सवेल ने ऑस्ट्रेलिया के 292 रनों के विजय लक्ष्य को 91 रनों पर 7 विकेट गिर जाने के बाद संघर्ष करते हुए पहुंचाया। उन्होंने कप्तान पैट कमिंस (12 रन) के साथ 8वें विकेट के लिए 202 रनों की अविजित साझेदारी करके 19 गेंद शेष रहते जीत हासिल कर ली। इसमें कोई शक नहीं कि यह पारी वाकई में महान है। ऐसी पारी वर्षों में एक आती है।
मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में ग्लेन मैक्सवेल के तूफान में अफगानिस्तान की टीम उड़ गई। क्या खूब खेले, ग्लेन मैक्सवेल, अकेले किला लड़ाना क्या होता है? यह कोई भी मैक्सवेल से सीख सकता है। जो कुछ 7 नवंबर को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में हुआ, वह क्रिकेट हिस्ट्री की यह सबसे चमत्कारी जीत है, इसे ताउम्र क्रिकेट फैन्स याद रखेंगे। 292 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए मैक्सवेल (128 गेंद में 201 रन, 21 चौके, 10 छक्के) ने दोहरा शतक जड़ा जिससे ऑस्ट्रेलिया विश्व कप के सेमीफाइनल मे शान से प्रवेश कर पाया।
वनडे वर्ल्ड कप में दोहरा शतक लगाने वाले वह तीसरे बल्लेबाज हैं। उनसे पहले क्रिस गेल (2015 में जिम्बाब्वे के खिलाफ 219) और मार्टिन गुप्टिल (2015 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 237*) ऐसा कर चुके थे।
लड़खड़ाते, गिरते-पड़ते बना डाला रिकार्ड
इस पारी के दौरान मैक्सवेल ने पीठ में भी दर्द की शिकायत थी। साथ ही हैमस्ट्रिंग की गंभीर चोट भी लगी। मगर लंगड़ाते हुए मैक्सवेल ने पूरा मैच खेला। वो मैदान से बाहर नहीं गए। उन्होंने जज्बा दिखाते हुए अपनी टीम को दमदार जीत दिलाई और सेमीफाइनल में पहुंचाया। https://sarthakpahal.com/
कपिल पाजी की याद ताजा हो गयी
सर्वश्रेष्ठ एकदिवसीय पारियों में से एक कपिल देव की नाबाद 175 रन की पारी थी जिसने भारत को विश्व कप के तीसरे सत्र में जिम्बाब्वे पर 17 रन पर 5 से जीत दिलाई थी। छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए कप्तान कपिल ने ट्यूनब्रिज वेल्स में 138 गेंदों में 16 चौकों और छह छक्कों की मदद से अपनी तूफानी पारी खेलकर भारत को खिताब की दौड़ में बनाए रखा था। उन्हें विकेटकीपर सैयद किरमानी का समर्थन मिला, जिन्होंने नाबाद 24 रन बनाए थे।