
कोटद्वार। उत्तराखंड में बारिश से हाहाकार मचा हुआ है। पौड़ी जिले में सोमवार रात से हो रही मूसलाधार बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बादल फटने के कारण आमसौड़ गांव के पास मेरठ-पौड़ी नेशनल हाईवे 534 का बड़ा हिस्सा खो नदी में समा गया। इसके अलावा कई जगहों पर लैंडस्लाइड के कारण हाईवे अवरुद्ध हो रखा है, जिसे खोलने में अभी काफी समय लगेगा। कोटद्वार में कल सुबह से हो रही मूसलाधार बारिश से भारी तबाही हुई है।
जबर्दस्ती नाला पार कर रहा था कार चालक
कल सुबह कोटद्वार भाबर में एक उफनाए गदेरे (बड़ा नाला) में कार बह गई। इस दौरान चालक ने कार से कूदकर अपनी जान बचाई। बताया जा रहा है कि नदी में बहाव तेज होने पर लोगों ने चालक को आगे जाने से रोका पर वह नहीं रुका और जबरन नदी पार करने लगा। इस दौरान कार गदेरे में काफी दूर तक बह गई और क्षतिग्रस्त हो गई।
कोटद्वार से दुगड्डा के बीच तीन जगह सड़क बाधित
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के अधिकारियों ने बताया कि मेरठ-पौड़ी नेशनल हाईवे 534 कोटद्वार से दुगड्डा के बीच तीन जगहों पर बाधित हो रखा है। इसके अलावा कोटद्वार दुगड्डा के बीच ही आमसौड़ गांव के पास बादल फटने हाईवे के बड़ा हिस्सा खो नदी में समा गया। नेशनल हाईवे बाधित होने पर मार्ग पर लंबा जमा लगा रहा। https://sarthakpahal.com/
आमसौड़ के पास बादल फटने से बही सड़क
एनएचएआई के अपर अभियंता धुमाकोट अरविंद जोशी ने बताया कि मार्ग 9 बजे से बाधित हो रखा है। कोटद्वार में सिद्धबली इलाके में लालपुल के पास पहाड़ी से हाईवे पर गिरे मलबे को जेसीबी मदद से हटाया जा रहा है, लेकिन भारी बारिश होने के कारण मलबे के हटाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। आमसौड़ गांव के समीप बादल फटने से सड़क बह गयी है, जिसकी जानकारी विभाग के उच्च अधिकारियों को दे दी गई है।
बता दें नेशनल हाईवे 534 मेरठ पौड़ी गढ़वाल मंडल का मुख्य मार्ग है। इस मार्ग के बांधित होने से कोटद्वार, गुमखाल, पौड़ी, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग और चमोली का संपर्क टूट गया है। जनपद का यह महत्वपूर्ण मार्ग होने के चलते पौड़ी जिला मुख्यालय सहित 15 विकास खंड सहित लैंसडॉउन सेना छावनी का सम्पर्क बाधित हो गया है। इस मार्ग के जरिए ही नजीबाबाद मंडी से खाद्य सामग्री पौड़ी जिला मुख्यालय समेत आसपास की तहसीलों में पहुंचती है।