यमकेश्वर क्षेत्र के बिजलीकर्मी 7-8 महीने से बगैर तनख्वाह के कर रहे काम, अब उग्र आंदोलन की चेतावनी

यमकेश्वर। यमकेश्वर ब्लाक के अंतर्गत कस्याली बिजली घर के अधीन कार्य करने वाले सभी कर्मचारी, लाइनमैन व मीटर रीडरों को पिछले 7-8 महीने से बगैर वेतन नहीं मिला है। इस आपदा की घड़ी में वे बारिश में भी वे दिन-रात अपने काम में लगे हैं, लेकिन अब कर्मचारी विभाग की मनमानी के आगे संगठित होकर अपने हक की लड़ाई के लिए उग्र आंदोलन के मूड में है।
कर्मचारियों ने उक्त संबंध में पत्र की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री उत्तराखंड, सांसद पौड़ी, विधायक यमकेश्वर, प्रधान संगठन यमकेश्वर, उपजिलाधिकारी यमकेश्वर, खण्ड विकास अधिकारी, थानाध्यक्ष और जिला पंचायत सदस्य उमरोली, यमकेश्वर को पत्र देकर अपने आंदोलन को धार देने के लिए चेतावनी दी है कि अब यदि उनकी नहीं सुनी गयी तो वे आर-पार की लड़ाई के मूड में है। कर्मचारियों ने शासन को 10 दिन का समय दिया है और उन्हें अवगत कराया है कि यदि 1 सितम्बर तक उनकी समस्याओं पर गौर नहीं किया गया तो सभी कर्मचारी काम बंद करने पर मजबूर हो जाएंगे, जिसकी जिम्मेदारी उक्त ठेकेदार तथा बिजली विभाग की होगी। कर्मचारियों का कहना है कि वे इस मानसूनी आपदा के समय भी क्षेत्र में दिन-रात बारिश में भी काम कर रहे हैं, लेकिन हमारी सुनने को कोई तैयार नहीं है।
पीएफ के बारे में नहीं दे रहा कोई जानकारी
पिछले 7-8 महीने से उन्हें वेतन नहीं मिला है और जो कर्मचारी सालों से काम कर रहे हैं उनके पीएफ का कुछ पता नहीं है। 10 साल से उन्हें अपने पीएफ के बारे में कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। इस संबंध में संबंधित ठेकेदार हीलाहवाली कर रहा है।
ज्ञापन देने वालों में भारत सिंह राणा, भारत सिंह रौतेला, महेंद्र सिंह, संतोष, मोहनलाल, अनूप, सूर्य प्रकाश, घन्तू, विज्जू, सुभाष, खुशीराम बडोला, सुलोचना देवी, अरविंद, धर्मपाल और धीरज आदि रहे। https://sarthakpahal.com/