
श्रीनगर, 6 जून। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में कार्यरत दो महिला कर्मियों ने मानसिक उत्पीड़न और अपमानजनक व्यवहार की शिकायत की है। उन्होंने संस्थान के निदेशक पर आरोप लगाए हैं। गढ़वाल विश्वविद्यालय के महिला कर्मचारियों के गंभीर आरोपों ने विश्वविद्यालय परिसर में हलचल मचा मची हुई है।
शुक्रवार को मामले को लेकर कई संगठनों भाकपा (माले), सर्वोदय आंदोलन, आइसा और एआईडीएसओ जैसे जन संगठनों ने विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एमएमएस रौथाण से मुलाकात की और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में बताया गया कि पीड़ित महिलाओं ने पहले भी मौखिक और लिखित रूप में विश्वविद्यालय प्रशासन और आंतरिक शिकायत समिति को शिकायतें दी थीं, लेकिन संगठनों का आरोप है कि अब तक किसी ठोस कार्रवाई के संकेत नहीं मिले हैं। इन संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया, तो वे आंदोलन तेज करेंगे।
जांच रिपोर्ट कुलसचिव को सौंपी
इस पूरे प्रकरण में विश्वविद्यालय की उत्पीड़न निवारण समिति की अध्यक्ष प्रो. मोनिका गुप्ता ने जांच पूरी कर ली है। उन्होंने अपनी रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में कुलसचिव को सौंपी दी है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एमएमएस रौथाण ने बताया कि कुलसचिव कार्यवश मुख्यालय से बाहर हैं। उनके लौटने के बाद लिफाफा खोला जाएगा और रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।