ऋषिकेश। जब कभी भी बच्चे की जान पर आती है तो मां बड़ी से बड़ी मुश्किल झेल जाती है। मां की ममता का ऐसा ही एक उदाहरण अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश (ऋषिकेश एम्स) से सामने आया है। अपने 32 साल के बेटे की जान बचाने के लिए मां ने अपनी किडनी डोनेट कर दी। मां की किडनी से बेटे को नया जीवन मिला है. ऋषिकेश एम्स (All Indian institute of medical sciences) में किडनी ट्रांसप्लांट का ये दूसरा मामला है।
32 साल के सचिन को मां ने दिया नया जीवन
Rishikesh AIIMS के डॉक्टरों ने बताया कि सीमा सड़क संगठन यानी Border Roads Organisation-BRO कार्यालय देहरादून में तैनात 32 साल के सचिन पिछले तीन सालों से किडनी की समस्या से परेशान हैं, जिस कारण उनका डायलिसिस चल रहा था। सचिन मूल से दिल्ली के नंगला गांव के रहने वाले हैं। https://sarthakpahal.com/
किडनी के अलावा हार्ट का भी मरीज था सचिन
डॉक्टरों ने बताया कि सचिन का हेमोडायलिसिस फेल हो चुका था। सचिन में मई साल 2022 में नेफ्रोलॉजी विभाग से संपर्क किया था और स्पेशलिस्ट डॉक्टरों को अपनी बीमारी के बारे में बताया था। Rishikesh AIIMS के डॉक्टरों ने जब सचिन की जांच कराई तो सामने आया कि वो न सिर्फ किडनी की समस्या से ग्रस्त हैं, बल्कि उसके हार्ट में भी संक्रमण की शिकायत थी।
तीन महीने तक पेरिटोनियल डायलिसिस करना पड़ा
ऐसे हालात में डॉक्टरों ने विकल्प के तौर पर अगले 3 महीनों तक रोगी को पेरिटोनियल डायलिसिस से गुजरना पड़ा। इसके बाद डॉक्टरों ने सचिन की किडनी ट्रांसप्लांट करने का निर्णय लिया। सचिन की मां अपने बेटे का जीवन बचाने के लिए किडनी डोनेट करने को तैयार थी। इसके बाद डॉक्टरों ने सचिन की मां की सभी जांच की। जांच के आधार पर डॉक्टरों ने किडनी ट्रांसप्लांट को हरी झंडी दी। मां की ममता का इससे बेहतर उदाहरण कम ही मिलेंगे।