रुड़की। रुड़की में उस वक्त बवाल हो गया जब मंदिर के पुजारी ने वाल्मीकि समाज की महिलाओं के मंदिर में प्रवेश करने पर रोक लगा दी। विरोध करने पर पुजारी ने अभद्रता कर दी। सूचना पर वाल्मीकि समाज के लोग एकत्रित होकर मंदिर के बाहर पहुंचे और जमकर हंगामा किया।
वाल्मीकि समाज के लोगों ने एक मंदिर के पुजारी पर उनके समाज की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश करने से रोकने का आरोप लगाया। साथ ही जमकर हंगामा करते हुए पुलिस को तहरीर देकर पुजारी पर कार्रवाई की मांग की। हालांकि, बाद में पुजारी के माफी मांगने और भविष्य में ऐसी कोई गलती न दोहराने के बाद मामले में सुलह हो गई।
गंगनहर कोतवाली क्षेत्र स्थित पश्चिमी अंबर तालाब में एक मंदिर है। आरोप है कि मंदिर के पुजारी ने शुक्रवार सुबह वाल्मीकि समाज की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश करने पर रोक लगा दी। विरोध करने पर पुजारी ने अभद्रता कर दी। सूचना पर वाल्मीकि समाज के लोग एकत्रित होकर मंदिर के बाहर पहुंचे और जमकर हंगामा किया। साथ ही कोतवाली पहुंचकर पुजारी के खिलाफ तहरीर दी।
पुजारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की
उन्होंने आरोप लगाया कि मंदिर के पुजारी ने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया। लोगों ने पुजारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस पर पुलिस ने पुजारी को कोतवाली बुलाकर मामले की जानकारी ली। पुजारी ने पुलिस के सामने अपनी गलती की माफी मांगते हुए भविष्य में दोबारा ऐसा नहीं करने की बात कही। https://sarthakpahal.com/
इसके बाद में मामले में सुलह हो गई और वाल्मीकि समाज के लोग लौट गए। इस दौरान निशांत बिड़ला, मोनू, नितिन, अक्षय, रवि, बंटी, सन्नी और रवि चौटाला आदि मौजूद रहे। उधर, कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों में सुलह हो गई है। किसी ने माहौल खराब किया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।