उत्तरकाशी। उत्तरकाशी जिले में शनिवार देर रात एक बड़ा हादसा हो गया। ब्रह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से डंडालगांव तक नवयुगा कंपनी की निर्माणाधीन टनल का 50 मीटर हिस्सा धंस गया। करीब 40 मजदूर टनल के अंदर फंसे हैं। फिलहाल किसी के हताहत होने की सूचना हीं है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
मजदूरों को बाहर निकालने में लगेगा 2-3 दिन का समय
बताया जा रहा है कि यह बड़ा हादसा भूस्खलन के कारण हुआ। जिला प्रशासन के अधिकारियों के मुताबिक मजदूरों को बाहर निकालने में 2 से 3 दिन का समय लग सकता है। उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने बताया कि टनल के अंदर फंसे सभी मजदूर सुरक्षित हैं, और उनके पास ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध है। एक ऑक्सीजन पाइप भी टनल के अंदर पहुंचा दी गई है।
SDRF, NDRF, फायर सर्विस, 108 सेवा कर्मी राहत कार्य में जुटे
उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन के नेतृत्व में पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, फायर सर्विस, 108 इमरजेंसी सेवा के कर्मी राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हैं। सुरंग से मलबा हटाने के लिए वर्टिकल ड्रिलिंग मशीन का प्रबंध किया जा रहा है। निर्माणाधीन टनल में कार्यदायी संस्था NHIDCL की मशीनरी मलबा हटाने का कार्य कर रही है।
टनल के बाहर 5 एंबुलेंस तैनात
टनल के बाहर 5 एंबुलेंस तैनात हैं, ताकि रेस्क्यू किए गए मजदूरों को जरूरत पड़ने पर बिना देर किए प्राथमिक उपचार मिल सके और उन्हें अस्पताल पहुंचाया जा सके। सिलक्यारा की ओर सुरंग के मुख्य द्वार से 200 मीटर की दूरी पर यह भूस्खलन हुआ है, जबकि सुरंग में जो मजदूर काम कर रहे थे वे 2800 मीटर अंदर हैं। आलवेदर रोड प्रोजेक्ट के तहत तैयार की जा रही सुरंग की लंबाई 4.5 किमी है। इसमें से चार किमी तक निर्माण पूरा कर लिया गया है। पहले सुरंग निर्माण पूर्ण करने का लक्ष्य सितंबर 2023 था, लेकिन अब मार्च 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। https://sarthakpahal.com/