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भले ही खाना कम हो, लेकिन आक्सीजन, तंबाकू भेजते रहना, कागज पर इच्छा लिख पाइपलाइन से भेजी फरमाइश

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उत्तरकाशी। यमुनोत्री हाईवे पर निर्माणाधीन सुरंग में 12 घंटे की शिफ्ट खत्म कर मजदूर रविवार सुबह करीब आठ बजे दीपावली की छुट्टी मनाने के लिए जाने ही वाले थे, लेकिन ढाई घंटे पहले ही 5:30 बजे सुरंग के सिलक्यारा वाले मुहाने से करीब 250 मीटर आगे 35 मीटर हिस्से में भूस्खलन हो गया, जिससे रेस्क्यू में और समय लग सकता है। इतना ही नहीं घटनास्थल पर मौजूद तमाम मजदूरों से भी सलाह-मसविरा किया जा रहा है, ताकि किसी भी परिस्थिति से निपटा जा सके।

पाइपलाइन के सहारे मजदूरों ने सुरंग से भेजी परची
मजदूरों ने परची में लिखकर दिया है कि खाने की भले कमी हो जाए लेकिन ऑक्सीजन की कमी मत करना। इसके साथ ही उन्होंने तंबाकू भेजने की मांग भी की। वहीं NHIDCL के ईई कर्नल संदीप सुदेहरा ने बताया कि सुरंग में पर्याप्त पानी है। आपातकालीन स्थितियों को देखते हुए वहां पर्याप्त पानी रखा जाता है। इसलिए पानी की आपूर्ति की कोई चिंता नहीं है।

सुरंग के पास बनाया गया छह बेड का अस्थायी अस्पताल
सिलक्यारा सुरंग में भूस्खलन की घटना के बाद यहां स्वास्थ्य विभाग ने छह बेड का अस्थायी अस्पताल तैयार किया है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आरसीएस पंवार ने बताया कि अस्पताल घटनास्थल के समीप ही अस्थायी रूप से स्थापित किया गया है जिसमें ऑक्सीजन सिलिंडर भी लगाए गए हैं। अस्पताल में चौबीसों घंटे मेडिकल टीम के साथ 10 एंबुलेंस भी तैनात की गई हैं।

मैनुअली होना है काम
सीएम धामी ने कहा, उन्हें पूरा भरोसा है कि सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा। कहा, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री व रेल मंत्री घटना को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने उनसे दूरभाष पर बात की है। सीएम के मुताबिक, घटनास्थल पर सभी एजेंसियां काम में जुट गई हैं। उन्होंने वहां श्रमिकों के परिवारजनों को आश्वस्त किया कि सुरंग में फंसे सभी मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा।

हाई अलर्ट पर एम्स ऋषिकेश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी लगातार इस रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर अधिकारियों से बातचीत कर रहे हैं। मौके पर डीएम और एसपी को तैनात रहने को कहा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी दो दिन में तीन बार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बातचीत कर इस घटना का अपडेट ले चुके हैं। उधर, एम्स ऋषिकेश को हाई अलर्ट पर रखा गया है। जैसे ही लोगों को बाहर निकाल लिया जाता है, तत्काल उन्हें चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जाएगी। अगर कुछ कर्मचारियों की हालत ज्यादा खराब होगी तो उन्हें तत्काल हवाई मार्ग से एम्स ऋषिकेश पहुंचाया जाएगा।https://sarthakpahal.com/

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