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अमेरिकन ऑगर ड्रिलिंग मशीन तो ‘पहाड़’ से हारी, अब हैदराबादी प्लाज्मा कटर की बारी

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उत्तरकाशी। देश के सबसे बड़े और सबसे मुश्किल उत्तरकाशी सुरंग रेस्क्यू में लगी अमेरिकन हैवी ऑगर मशीन जवाब दे गई। दरअसल सुरंग का मलबा साफ करने के दौरान ऑगर मशीन से लोहे की रॉड और पाइप टकराकर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयी।

सिल्कयारा सुरंग में रेस्क्यू अभियान चलाने आए ऑस्ट्रेलिया निवासी अंतर्राष्ट्रीय टनलिंग विशेषज्ञ, अर्नोल्ड डिक्स ने कहा कि अब ऑगर ड्रिलिंग मशीन की मदद नहीं मिल पाएगी। ऑगर मशीन खत्म हो गयी है। ऑगर मशीन का बरमा टूट गया है। यह अपूरणीय क्षति है। ऑगर के बरमा इतना डैमेज हो गया है कि उससे अब और ड्रिलिंग का काम नहीं हो पाएगा।

सुरंग के घुप्प अंधेरे में 41 मजदूरों की जिंदगी के रास्ते में मौत रूपी मलबा खड़ा है। उसी से टकराकर बचाने की जद्दोजहद जारी है। हर दिन सुबह उम्मीद के साथ शुरू हो रही है, और शाम नाउम्मीदी में गुजर जा रही है। फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए सुरंग में 800 मिमी चौड़े स्टील पाइप 46.8 मीटर तक ड्रिल किए गए। अनुमान है कि ढहा हुआ हिस्सा लगभग 60 मीटर लंबा है। यानी मजदूर सुरंग में 60 मीटर दूर फंसे हैं। रेस्क्यू टीम ने काफी अंदर तक ड्रिलिंग कर ली और जब मजदूर सिर्फ 12 मीटर दूर रह गये थे तभी अमेरिका से आई ऑगर मशीन जवाब दे गयी। https://sarthakpahal.com/

अब कैसे बाहर आयेंगे मजदूर
ऑगर ड्रिलिंग मशीन के डैमेज होने के बाद अब टनल के अंदर मैनुअल ड्रिलिंग की तैयारी की जा रही है। इसके साथ ही टनल की पहाड़ी के ऊपर से वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए मशीन पहुंचाई गई हैं। अब सुरंग के ऊपर से ड्रिलिंग के लिए हैदराबाद से हवाई जहाज द्वारा प्लाज्मा कटर मशीन मंगाई गयी है, जो कि उत्तराखंड पहुंच चुकी है।

अब मौसम की मार भी झेलनी पड़ेगी रेस्क्यू टीम को
मौसम विभाग ने उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा के ऊपरी इलाकों में बरसात के साथ-साथ बर्फबारी की संभावना व्यक्त की है। मौसम विभाग के येलो अलर्ट का उत्तरकाशी में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन पर भी असर पड़ सकता है। सिलक्यारा, बड़कोट उत्तरकाशी के वो इलाके हैं जहां अच्छी खास बर्फबारी होती है। अगर मौसम विभाग की चेतावनी के हिसाब से यहां बर्फबारी होती है तो निश्चित तौर पर रेस्क्यू ऑपरेशन प्रभावित होगा। बर्फबारी के बाद बिजली पानी की दिक्कत पैदा हो सकती है। साथ ही ठंड बढ़ने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे लोगों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

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