कोटद्वार। लैंसडाउन विधायक दलीप रावत और परिवहन कर अधिकारी के बीच कहासुनी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में दिखाई दे रखा है कि लैंसडाउन विधायक दलीप रावत परिवहन कर अधिकारी हरीश सती को थप्पड़ मारने की बात कह रहे हैं। वहीं, कहासुनी के बाद कौड़िया चेक पोस्ट पर घंटों तनाव की स्थिति बनी रही। तनाव को देखते हुए कोटद्वार कोतवाली से पुलिस बल भी तैनात किया गया।
इस वजह से हुआ विवाद
गौर हो कि बाबा सिद्धबली की शोभायात्रा के दौरान परिवहन कर अधिकारी हरीश सती द्वारा वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। इस दौरान हरीश सती द्वारा कोटद्वार नजीबाबाद उत्तराखंड परिवहन चौकी कौड़िया पर वाहनों द्वारा शोभायात्रा के लिए ले जाए जा रहे सामान की चेकिंग की गई। अनियमितता पाए जाने पर कुछ वाहनों का चालान भी मौके पर किया गया। जिसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया। वीडियो कुछ सेकेंड का ही है जिसमें लैंसडाउन विधायक दलीप रावत आक्रोषित नजर आ रहे हैं।
दलीप सिंह रावत ने अधिकारी पर वसूली करने का लगाया आरोप
वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा विधायक ने कहा कि हमारे यहां कोटद्वार में सिद्धबली का मेला चल रहा है और इसमें लाखों श्रद्धालु आते हैं। उनका कहना है कि उक्त अधिकारी सुबह से लोगों से अवैध वसूली करने लगे। आज भी उनके द्वारा यहां पर आए एक भक्त का चालान काट दिया गया था। उनका आरोप है कि अधिकारी लगातार बदतमीजी भी कर रहा था। दलीप सिंह रावत ने कहा कि इस विभाग की मॉनिटरिंग नहीं हो रही है, जबकि यह विभाग खुद मुख्यमंत्री के पास है, इसलिए वो इस संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से शिकायत करेंगे।
पदाधिकारी ने आरोप को बताया मनगढ़ंत
वहीं, लैंसडाउन विधायक के आरोपों को गलत बताते हुए कोटद्वार परिवहन कर अधिकारी हरीश सती ने बताया कि नजीबाबाद की ओर से छोटा हाथी वाहन चालक चेक पोस्ट पार करते समय फोन पर बात कर रहा था। जिसके बाद वाहन चालक का ई-चालान किया गया। उन्होंने कहा कि मंदिर समिति के पदाधिकारी उनपर मनगढ़ंत आरोप लगा रहे हैं। मंदिर समिति महंत ने यदि उनके खिलाफ लिखित शिकायत की तो वो भी विभागीय शिकायत करेंगे। https://sarthakpahal.com/
लिखित शिकायत मिलने पर होगी जांच
उधर, कोटद्वार सम्भागीय परिवहन अधिकारी निखिल शर्मा ने बताया कि परिवहन कर अधिकारी द्वारा नियमानुसार वाहनों का चालान किया गया है, लेकिन लैंसडाउन विधायक का अधिकारियों के साथ गैर जिम्मेदाराना रवैया रहा है। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों की ओर से किसी भी तरह की लिखित जानकारी नहीं दी गई है। अगर लिखित जानकारी दी जाती है, तो मामले में जांच की जाएगी।
कांग्रेस ने उठाये सवाल, रामभरोसे सरकार
इस मामले पर कांग्रेस हमलावर हो गई है। कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में सभी मंत्री और भाजपा विधायकों पर सत्ता का नशा सिर चढ़कर बोल रहा है। कभी कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की ओर से युवक के साथ मारपीट की जाती है, तो कभी कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी अपने समर्थकों से गढ़ी कैंट में एक युवक को पिटवाते नजर आते हैं। ऐसे में सरकार अपने नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि क्या भाजपा के मंत्रियों और विधायकों को मारपीट और सरेआम अभद्रता करने का सर्टिफिकेट जनता ने दिया है, या फिर भाजपा के नेताओं ने इसे खुद परंपरा बना दिया है।