मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ की ‘जीत’ से और मजबूत हुआ ‘ब्रांड मोदी’!
सार्थकपहल.काम। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में तस्वीर लगभग-लगभग साफ होने लगी है। अब तक के रुझानों में साफ हो गया है कि MP और राजस्थान में तो बीजेपी आ रही है, वहीं, छत्तीसगढ़ में भी बीजेपी का पलड़ा भारी दिख रहा है। इस बार बीजेपी ने चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर ही लड़ा था।
लोकसभा चुनाव से पहले BJP के लिए अच्छी खबर
लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के लिए अच्छी खबर आ रही है। मध्य प्रदेश में बीजेपी एक बार फिर बड़ा बहुमत हासिल करती दिख रही है। वहीं, राजस्थान में भी बीजेपी पांच साल बाद फिर सत्ता में वापसी करती नजर आ रही है। छत्तीसगढ़ में भी बीजेपी का पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार प्रदर्शन निखरकर सामने आ रहा है। हालांकि यहां पर अभी मामला फंसता दिख रहा है। इन तीनों ही राज्यों में बीजेपी के इस प्रदर्शन से एक बार फिर ‘ब्रांड मोदी’ चमका है।
मोदी के नाम का दिख रहा भारी असर
तीनों ही राज्यों में बीजेपी ने चुनाव के लिए टिकटें तो कई महीने पहले ही बांट दी थी, लेकिन मुख्यमंत्री का चेहरा किसी भी राज्य में घोषित नहीं किया। जबकि, 2018 में बीजेपी ने मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान, राजस्थान में वसुंधरा राजे और छत्तीसगढ़ में रमन सिंह को सीएम उम्मीदवार घोषित कर दिया था। नतीजा ये हुआ था कि तीनों ही राज्यों में बीजेपी हार गई थी। लेकिन इस बार बीजेपी ने ऐसा नहीं किया। बीजेपी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर ही चुनाव लड़ा और उसका बड़ा असर भी दिख रहा है। बीजेपी के चुनावी नारे भी पीएम मोदी के इर्द-गिर्द ही रहे। मध्य प्रदेश में में ‘एमपी के मन में मोदी है’ और राजस्थान में ‘मोदी साथे अपनो राजस्थान’ का नारा दिया गया। https://sarthakpahal.com/
इस साल की शुरुआत में कर्नाटक में जब विधानसभा चुनाव हुए थे, तब भी प्रधानमंत्री ने जमकर प्रचार किया था, लेकिन नतीजों में उसका असर नहीं दिखा था और बीजेपी को बड़ी हार का सामना करना पड़ा। तब कांग्रेस नेताओं का कहना था कि ‘नरेंद्र मोदी फैक्टर’ की अपनी सीमाएं हैं और जब बात विधानसभा चुनाव की आती है तो यहां स्थानीय चेहरे मायने रखते हैं, लेकिन मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के अब तक के रुझान बताते हैं कि ‘ब्रांड मोदी’ फिर चमका है। ये तीन राज्य वो हैं, जहां की लगभग सभी लोकसभा सीटें भी बीजेपी ही जीतती है। 2019 में बीजेपी ने इन राज्यों की 65 लोकसभा सीटों में से 62 सीटें जीत ली थीं।