
यमकेश्वर। अंकिता हत्याकांड में लापरवाही पर यमकेश्वर तहसील के उदयपुर पल्ला- दो और अजमेर पल्ला- तीन के राजस्व उपनिरीक्षकों (पटवारियों) की वेतन वृद्धि पर तीन साल की रोक लग गई है। डीएम पौड़ी ने इस संबंद्ध में आदेश जारी कर दिया है।
लापरवाही बरतने पर दोनों पटवारियों को 2022 में किया गया था निलंबित
इसके साथ ही डीएम ने उक्त राजस्व उपनिरीक्षकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई समाप्त करते हुए सवेतन सेवा बहाली का आदेश जारी किया है। दोनों राजस्व उपनिरीक्षकों को अंकिता हत्याकांड में प्रभावी कानूनी कार्रवाई नहीं करने, अंकिता के परिजनों की ओर से दी गई तहरीर पर एफआईआर दर्ज नहीं करने, दायित्व व विभागीय कार्यों के प्रति लापरवाही के आरोप में वर्ष 2022 में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था।
अंकिता हत्याकांड के समय मूल पद पर तैनात राजस्व उपनिरीक्षक अवकाश पर चला गया था। जबकि प्रभार देख रहा राजस्व उपनिरीक्षक सेवारत था। राजस्व विभाग के कर्मियों ने अंकिता के पिता की तहरीर पर कोई कार्रवाई नहीं की थी। अंकिता के पिता ने रिजॉर्ट के मालिक पर बेटी की हत्या की आशंका जताई थी। जबकि राजस्व उपनिरीक्षक ने रिजॉर्ट के मालिक की शिकायत पर अंकिता की गुमशुदगी पहले दर्ज कर ली थी। जिसके बाद मामले में परिजनों, स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश बढ़ता चला गया।
मामले की सुनवाई एडीजे कोर्ट कोटद्वार में चल रही है। मामले में तत्कालीन जिलाधिकारी पौड़ी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने कार्रवाई करते हुए उक्त दोनों पटवारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था तथा जांच एसडीएम लैंसडाउन को सौंप आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे। डीएम पौड़ी डॉ. आशीष चौहान ने बताया कि यमकेश्वर तहसील के उदयपुर पल्ला-दो के निलंबित राजस्व उपनिरीक्षक वैभव प्रताप सिंह और अजमेर पल्ला- तीन के निलंबित राजस्व उपनिरीक्षक विवेक कुमार की वेतन वृद्धि पर तीन साल की रोक लगा दी गई है। उन्होंने कहा कि मामले में विभागीय कार्रवाई समाप्त करते हुए उक्त दोनों राजस्व उपनिरीक्षकों की सवेतन सेवा बहाली का आदेश जारी कर दिया गया है। https://sarthakpahal.com/