ऋषिकेश। नये साल से AIMS ऋषिकेश के नाम एक और उपलब्धि जुड़ने जा रही है। एम्स प्रशासन जनवरी माह में ड्रोन मेडिकल सेवा शुरू करने जा रहा है। यह सेवा केंद्र, राज्य सरकार व एम्स के समन्वय से संचालित होगी। ड्रोन मेडिकल सेवा के नोडल अधिकारी जितेंद्र गैरोला ने बताया कि एम्स को भी केंद्र की तरफ से ड्रोन सेवा को जल्द शुरू करने के निर्देश मिले हैं। पहले चरण में हर जिले के एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को इस सेवा से जोड़ा जाएगा।
AIMS तीन बार कर चुका है ड्रोन से ट्रायल
पहाड़ी क्षेत्रों में ड्रोन से दवाई आदि भेजे जाने के लिए एम्स प्रशासन पूर्व में तीन बार ट्रायल कर चुका है। ड्रोन से दवाई भेजने वाला ऋषिकेश एम्स देश का पहला एम्स है। पहला ट्रायल 16 फरवरी 2023 को किया गया था। उस समय 2 किलो की दवाइयां जिला अस्पताल टिहरी गढ़वाल भेजी गई थी। दूसरे ट्रायल के तहत 2 मार्च को यमकेश्वर सीएचसी में दवाई भेजी गई थी। तीसरा ट्रायल 7 अगस्त 2023 को किया गया था। जिसके तहत कोटद्वार ब्लड कंपोनेंट भेेजे जा रहे थे। लेकिन ड्रोन अपने निर्धारित स्थल से कुछ दूर पहले क्रैश हो गया था। हालांकि ब्लड कंपोनेंट पूरी तरह सुरक्षित थे।
भविष्य में नमो ड्रोन दीदी उड़ाएंगी ड्रोन
इस योजना में महिला स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं की भूमिका भी अहम होगी। एम्स से जिस पहाड़ी स्वास्थ्य केंद्र में ड्रोन से दवाइयां या अन्य सामग्री भेजी जाएगी वहां ड्रोन से सामग्री उतराना या इस पर सामग्री चढ़ाने का काम महिलाएं करेंगी। इन महिलाओं को ड्रोन उड़ाने का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। भविष्य में यही महिलाएं ड्रोन भी उड़ाएंगी। इन महिलाओं को नमो ड्रोन दीदी का नाम दिया गया है।
नए साल से जनवरी माह AIMS ऋषिकेश से मेडिकल ड्रोन सेवा शुरू की जाएगी। यह सेवा प्रतिदिन नियमित रूप से संचालित होगी। इसके लिए एम्स पूरी तरह तैयार है।
प्रो. मीनू सिंह, कार्यकारी निदेशक, एम्स ऋषिकेश