उत्तराखंड के मदरसों में कुर्ता-पायजामा अब नहीं चलेगा, ड्रेस कोड होगा लागू

देहरादून। उत्तराखंड में वक्फ बोर्ड के तहत आने वाले मदरसों में अब आने वाले शिक्षा सत्र से NCERT पाठ्यक्रम और ड्रेस कोड लागू किया जायेगा। वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने कहा कि मदरसों को अब माडर्न स्कूलों की तरह चलाया जायेगा। इन मदरसों में अन्य धर्मों के बच्चे भी शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे। शादाब शम्स का कहना है कि इसके लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है, जिसे जल्द से जल्द लागू किया जायेगा।
सामान्य स्कूल की तरह चलेंगे मदरसे
खास बात यह है कि इन मदरसों में अब सभी धर्मों के बच्चे शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे। मदरसों में सुबह एक घंटे फजर की नमाज के बाद कुरान पढ़ाई जायेगी। इसके बाद आठ बजे से दोपहर दो बजे तक मदरसे सामान्य स्कूल की तरह चलेंगे। मदरसों में स्मार्ट क्लास लगेगी ताकि इनसे पढ़कर बच्चे डाक्टर और इंजीनियर बन सकेंगे। उन्होंने कहा कि अब मदरसों में कुर्ता-पायजामा के बजाय ड्रेस कोड लागू किया जायेगा।
अब मदरसा बोर्ड नहीं उत्तराखंड बोर्ड से होंगे पंजीकृत
वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने कहा कि मदरसों को अब मदरसा बोर्ड नहीं, बल्कि उत्तराखंड बोर्ड से पंजीकृत किया जायेगा। इन मदरसों को हिंदी में विद्यालय और अंग्रेजी में स्कूल कहा जाता है। पहले चरण में देहरादून, ऊधमसिंहनगर और हरिद्वार के दो-दो मदरसों एवं नैनीताल जिले के एक मदरसे को माडर्न स्कूल की तर्ज पर चलाने के लिए चुना गया है। इसके बाद अन्य मदरसों में यह व्यवस्था लागू की जायेगी।
शादाब शम्स ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का सपना है कि हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिले। पीएम ने कहा था कि मैं मदरसों में पढ़ने वाले हर बच्चे के एक हाथ में कुरान और एक हाथ में लैपटाप देखना चाहता हूूं। https://sarthakpahal.com/