अयोध्या। अयोध्या में राम दरबार के लिए 2100 किलो का घंटा तैयार किया गया है, जिसे 400 कर्मचारियों ने एक साल में तैयार किया है, जिसे बनाने में 25 लाख रुपये खर्च हुए हैं। बता दें कि 22 जनवरी 2024 के दिन भव्य राम मंदिर का उद्घाटन होना है। रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की तैयारी जोरों पर है। बताया जा रहा है कि 22 जनवरी 2024 को प्राण-प्रतिष्ठा के बाद 48 दिनों तक मंडल पूजा की जाएगी। देश भर के विभिन्न हिस्सों में राम भक्त अपने-अपने तरीके से प्रभु राम के प्रति श्रद्धा व्यक्त करेंगे। इस क्रम में एटा जिले से रामलला के दरबार में अष्टधातु का 21 किलो का घंटा भेजा जा रहा है।
मंदिरों में घंटों में देश का सबसे बड़ा घंटा
ऐसा दावा किया जा रहा है कि मंदिरों में लगे घंटों में यह देश का सबसे बड़ा घंटा होगा। जिसके निर्माण में लागत 25 लाख रुपये आई है और 400 कर्मचारियों ने इस घंटे को बनाने में काम किया। पिछले एक साल से अयोध्या के राम मंदिर के लिए जलेसर के मित्तल फैक्ट्री में यह घंटा तैयार हो रहा था। 21 किलो के घंटे को बनाने में कारीगर दिन-रात काम में लगे हुए थे। अष्टधातु के इस घंटे को फिलहाल दिसंबर के महीने के अंत तक अयोध्या के राम मंदिर पहुंचा दिया जाएगा।
एक साल में बनकर तैयार हुआ है सबसे बड़ा घंटा
घंटा बनने की जानकारी सीएम योगी आदित्यनाथ को भेज दी गई हैं। जैसे ही सीएम के पास से तारीख आ जाएगी, वैसे ही घंटा अयोध्या पहुंचा दिया जाएगा। राम मंदिर कमेटी के लोग भी संपर्क में हैं। घंटे की चौड़ाई 15 फुट और अंदर की चौड़ाई 5 फुट है। इसे बनाने में एक साल का समय लगा है।
इस घंटा का वजन 2100 किलो है
राम मंदिर के लिए 2100 किलो का घंटा 6 फुट ऊंचा और 5 फुट चौड़ा है। इसे घंटा घूंघरू-घंटी नगरी के नाम से मशहूर जलेसर में तैयार किया गया है। बता दें, अयोध्या में भव्य राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा सात हजार विशेष अतिथि और चार हजार संतों की मौजूदगी में पौष मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि यानी 22 जनवरी 2024 को होगी। साथ ही इस ऐतिहासिक मौके में विश्वभर के 50 देशों और सभी राज्यों के लगभग 20 हजार लोग उपस्थित होंगे। https://sarthakpahal.com/