आखिर क्यों थमे देशभर में लाखों ट्रकों-बसों के पहिए, अब अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी
केएस रावत। पूरे देश में बसों और ट्रकों के पहिए नए साल के पहले दिन थम गए। इसमें प्राइवेट बसों ट्रकों से लेकर सरकारी बसें भी शामिल रही। सोमवार को देश के ज्यादातर राज्यों में ट्रक और प्राइवेट बस खड़ी हो गई, जिसके चलते आने जाने वाले लोगों को भी खूब परेशानियों से दो-चार होना प़ड़ा।
1-3 जनवरी तक स्टेरिंग छोड़ो के नाम से रहेगा चक्का जाम
ऑल इंडिया ट्रक और बस ड्राइवर संगठन का कहना है ड्राइविंग के दौरान हुई दुर्घटना के लिए बनाया गया नया कानून अगर नहीं बदला जाएगा तो यह स्ट्राइक अनिश्चितकालीन के लिए बढ़ा दी जाएगी। ऑल इंडिया ट्रक और बस ड्राइवर संगठन समेत अलग-अलग ड्राइवर संगठन के लोगों ने 1 जनवरी से 3 जनवरी तक का ‘स्टेरिंग छोड़ो’ के नाम से चक्का जाम शुरू कर दिया है। आपराधिक कानूनों में किए गए बदलाव के कारण हिट एंड रन केस के चलते देश भर में ट्रक और बस चालकों ने विरोध प्रदर्शन किया है। सजा की अवधि बढ़ाए जाने के खिलाफ बस और ट्रक ड्राइवरों के साथ-साथ ऑटो चालकों ने भी मोर्चा खोल दिया है।
क्या है हिट एंड रन कानून
हिट एंड रन केस में नए कानून के तहत फरार और घातक दुर्घटना की सूचना नहीं देने पर ड्राइवरों को अब दो साल की नहीं, बल्कि 10 साल तक की जेल हो सकती है। सड़कों पर रोजाना लाखों ट्रक ड्राइवर चलते हैं और कई दुर्घटनाएं भी होती हैं। ऐसी दुर्घटनाओं में अक्सर ड्राइवर अपनी जान बचाकर भागता है। भले ही गलती ट्रक ड्राइवर की हो या ना हो। अगर ड्राइवर वहां पर रुक जाए तो मौजूद भीड़ की हत्या तक कर सकती है। अब नए कानून में अगर वह ड्राइवर भाग जाता है तो उसको 2 साल की जगह पर 10 साल की सजा और सात लाख रुपए का जुर्माना देना होगा। https://sarthakpahal.com/
कानून में बदलाव की मांग कर रहे हैं ड्राइवर
इस चक्का जाम का असर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, पंजाब, हरियाणा और महाराष्ट्र समेत देश के ज्यादातर राज्यों के राजमार्ग पर दिखा। देश के ज्यादातर बस अड्डों से सरकारी बसें भी एक जनवरी को नहीं चली, क्योंकि बस के ड्राइवर भी इस हड़ताल का हिस्सा बनकर कानून को बदलने की मांग कर रहे हैं। ऑल इंडिया ट्रक और बस ड्राइवर संगठन के सोनू यादव का कहना है कि जब तक कानून नहीं बदला गया हड़ताल जारी रहेगी।