कोटद्वार, बागेश्वर और हल्द्वानी में होगी मूल निवास स्वाभिमान महारैली
कोटद्वार, 3 जनवरी। मूल निवास भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति ने कहा कि वे मूल निवास स्वाभिमान आंदोलन को जन-जन तक पहुंचाने के लिए अलग-अलग इळाकों में जाकर लोगों से मिल रहे हैं।
फरवरी माह में कोटद्वार में होगी महारैली
मूलनिवास-भू कानून समन्वय संघर्ष समिति ने कहा कि सबसे पहले बागेश्वर उत्तरायणी कौथिग में 15 जनवरी को और फिर हल्द्वानी में 28 जनवरी को मूलनिवास स्वाभिमान महारैली का आयोजन किया गया है। इसके बाद अंत में कोटद्वार में फरवरी माह में महारैली निकाली जाएगी। समिति ने कहा, अपने अस्तित्व और अस्मिता को बचाने के लिए मूल निवासियों को आगे आना ही चाहिए।
संघर्ष समिति ने कोटद्वार में विभिन्न सामाजिक संगठनों, राजनीतिक दलों, पूर्व सैनिकों और राज्य आंदोलनकारियों के साथ बैठक कर अग्रिम रणनीति पर चर्चा की। इस मौके पर फरवरी माह में कोटद्वार में मूल निवास स्वाभिमान महारैली पर सहमति बनी। जिसकी तिथि समन्वय संघर्ष समिति, कोटद्वार की टीम द्वारा तय की जाएगी। समन्वय संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी और सह संयोजक लुशुन टोडरिया ने कह कि मूल निवास स्वाभिमान आंदोलन को जन-जन तक पहुंचाने का अभियान जारी है।
मूल निवास और भू कानून के आंदोलन जारी रहेगा
यह उत्तराखंड के हरेक मूल निवासी का आंदोलन है। जब तक उत्तराखंड में हिमाचल की तर्ज पर सशक्त भू-कानून और मूलनिवास 1950 लागू नहीं हो जाता, यह आंदोलन जारी रहेगा। यह लड़ाई हमारे अस्तित्व, अस्मिता, स्वाभिमान और अपनी सांस्कृतिक पहचान बचाने का है। हमारे संसाधनों पर बाहरी लोग डाका डाल रहे हैं। नौकरियों से लेकर जल, जंगल, जमीन पर बाहरी लोग कब्जा कर चुके हैं। हमें अपना भविष्य सुरक्षित करने के लिए इस लड़ाई को लड़ना ही होगा। https://www.facebook.com/Sarthak_Pahal-101257265694407/