यमकेश्वर, 3 जनवरी। कहते हैं कि जब बच्चे पर कोई आंच आती है तो मां पूरी कायनात से लड़ जाती है। कुछ ऐसा ही वाकया जयहरीखाल ब्लॉक के ग्रामसभा नौगांव के ग्राम बिंताला में उस समय देखने को मिला, जब 8 साल की बच्ची पर बाघ ने घात लगाकर हमला बोल दिया। पास ही में खेत में काम कर रही मां ने जब ये देखा तो वो बेखौफ होकर बाघ की तरफ दौड़ पड़ी। महिला रूपी काली के पास आने पर बाघ बच्ची को छोड़कर भाग गया। जिससे बच्ची की जान बच गई और घटना में मासूम को हल्की खरोचें आई हैं।
पर्वतीय अंचलों में बाघ का खौफ लगातार बना हुआ है
गौरतलब है कि पहाड़ी इलाकों में बाघ के हमले दिन-ब-दिन बढ़ते ही जा रहे हैं। बाघ आए दिन लोगों पर हमला कर रहे हैं। जयहरीखाल ब्लॉक के ग्रामसभा नौगांव के ग्राम बिंताला में गुलदार ने 8 साल की प्रिया पर बाघ ने घात लगाकर हमला कर दिया। जिसके बाद पास खड़ी मां रेखा देवी ने आव देखा न ताव हिम्मत दिखाते हुए बाघ के पीछे दौड़ पड़ी। महिला को अचानक अपने पास आता देख और अन्य महिलाओं के शोरगुल मचाने पर बाघ बच्ची को छोड़कर झाड़ियों में दुबक गया, जिससे बच्ची की जान बच गई।
बाघ के हमले में बच्ची को मामूली खरोचें आई हैं। आनन-फानन में बच्ची को उप स्वास्थ्य केन्द्र असनखेत में भर्ती किया गया। सूचना मिलने पर उपजिलाधिकारी लैंसडाउन शालिनी मौर्य द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। ग्रामसभा नौगांव प्रधान मुकेश चंद्र, सामाजिक कार्यकर्ता जीवानंद,जनसेवा मंच के सदस्य संतु दास, पूर्व प्रधान चंद्रपाल रावत, आदित्य द्विवेदी, क्षेत्र पंचायत सदस्य सुनील कुमार आदि ने बिंताला क्षेत्र में वन विभाग से पिंजरा लगाए जाने की मांग की है। https://sarthakpahal.com/