ऋषिकेश, 11 जनवरी। चीला रेंज में वाहन के ट्रायल के दौरान हुए हादसे के बाद अब वाहन बनाने वाली कंपनी और ड्राइवर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। वाहन में तकनीकी खराबी व लापरवाही का आरोप लगाया गया है। वहीं, हादसे के बाद से नहर में डूबकर लापता हुई वार्डन आलोकी की तलाश अभी भी जारी है। वार्डन की खोज के लिए एसडीआरएफ की टीम लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है, लेकिन तीसरे दिन भी उसका कोई सुराग नहीं मिला। https://sarthakpahal.com/
जानकारी के अनुसार, मंगलवार देर रात वन क्षेत्राधिकारी गौहरी रेंज राजाजी टाइगर रिजर्व राजेश चंद्र जोशी की लिखित शिकायत पर थाना लक्ष्मण झूला में आसका व प्रवेग कंपनी के प्रबंधक व चालक अश्वनी बीजो के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
बता दें कि राजाजी प्रशासन को ये वाहन पेट्रोलिंग व जानवरों के रेस्क्यू के लिए मिला था। ट्रायल के लिए वाहन में वन्य जीव प्रतिपालक आलोकी, वन क्षेत्राधिकारी शैलेश घिल्डियाल, उपवन क्षेत्राधिकारी प्रमोद ध्यानी, चिकित्सक राकेश नौटियाल के अलावा कुलराज सिंह, हिमांशु गोसाई, सैफ अली खान, अंकुश, अमित सेमवाल व अश्विन बीजू सवार थे। वाहन चीला से ऋषिकेश की ओर जा रहा था। तभी चीला विद्युत गृह से कुछ आगे अचानक अनियंत्रित वाहन पेड़ से और फिर चीला शक्ति नहर के पैराफिट से जा टकराया। दुर्घटना में कुछ लोग छिटक कर खाई में जा गिरे। वहीं वाहन में सवार वन्य जीव प्रतिपालक आलोकी नहर में जा गिरीं। वाहन के पीछे चल रहे एक अन्य वाहन में सवार लोगों ने इसकी सूचना पुलिस व पार्क प्रशासन को दी। साथ ही रेस्क्यू भी शुरू किया।
जांच में लापरवाही आई सामने
हादसे की जांच में सामने आया कि वाहन में तकनीकी खराबी के अलाक्षमता से अधिक लोगों को बैठाया गया था, जबकि हादसे के दौरान वाहन की स्पीड भी काफी अधिक थी। हादसे में पीएमओ उपसचिव मंगेश घिल्डियाल के भाई रेंज अधिकारी शैलेश घिल्डियाल, उप वन क्षेत्राधिकारी प्रमोद ध्यानी, वन कर्मचारी सैफ अली खान और अक्षा ग्रुप दिल्ली कुलराज सिंह की मौत हो गयी थी, जबकि राजा जी नेशनल पार्क चीला की वार्डन आलोकी देवी का तीसरे दिन भी कोई सुराग नहीं मिल सका। वहीं, हिमांशु गोसाई पुत्र गोविंद सिंह (वाहन चालक), राकेश नौटियाल, अंकुश, अमित सेमवाल (चालक), अश्विन बिजू (24 वर्ष) (चालक) घायल हैं।