देहरादून, 30 जनवरी। उत्तराखंड का अगला मुख्य सचिव कौन होगा, काफी सस्पेंस के बाद इसकी घोषणा हो गई है। वरिष्ठ आईएएस राधा रतूड़ी उत्तराखंड के मुख्य सचिव की कुर्सी संभालेंगी। वर्तमान मुख्य सचिव एसएस संधू के रिटायरमेंट के बाद राधा रतूड़ी उत्तराखंड में ब्यूरोक्रेसी की नई बॉस होंगी।
31 जनवरी को संभालेंगी कार्यभार
एसएस संधू के बाद राधा रतूड़ी उत्तराखंड में सबसे सीनियर आईएएस अधिकारी हैं। इस समय राधारतूड़ी अपर मुख्य सचिव हैं। राधा रतूड़ी 1988 बैच की IAS अधिकारी हैं। उन्होंने प्रदेश में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां बखूबी संभाली हैं। वर्तमान में राधा रतूड़ी मुख्यमंत्री धामी के अपर मुख्य सचिव की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभाल रही थीं। 31 जनवरी को जैसे ही वर्तमान मुख्य सचिव एसएस संधू रिटायर होंगे, राधा रतूड़ी उत्तराखंड की मुख्य सचिव बन जाएंगी।
एसएस संधू को मिला था 6 महीला का सेवा विस्तार
राधा रतूड़ी के नाम की घोषणा से पहले उत्तराखंड में मुख्य सचिव के नाम को लेकर कयास लगाए जा रहे थे। चर्चा थी कि क्या एसएस संधू को फिर से सेवा विस्तार मिलेगा या फिर उनके बाद सबसे सीनियर आईएएस अधिकारी राधा रतूड़ी उत्तराखंड में ब्यूरोक्रेसी की नई बॉस बनेंगी। दरअसल साल 2023 में 31 जुलाई को ही वर्तमान मुख्य सचिव एसएस संधू रिटायर हो रहे थे। तब केंद्र सरकार से उन्हें 6 महीने का सेवा विस्तार मिल गया था। https://sarthakpahal.com/
सबसे सीनियर आईएएस अफसर हैं राधा रतूड़ी
पिछले साल जुलाई में भी अंतिम दिनों तक सस्पेंस बरकरार था। संधू के सेवा विस्तार को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं थी। तब रिटायरमेंट से करीब एक हफ्ता पहले ही उनके सेवा विस्तार को लेकर स्थिति स्पष्ट हो पाई थी। इस बार एसएस संधू के रिटायरमेंट के एक दिन पहले तक जब सेवा विस्तार को लेकर कोई सूचना नहीं आई तो लगने लगा था कि अब राधारतूड़ी ही उत्तराखंड की नई मुख्य सचिव बनेंगी। आखिरकार एसएस संधू के रिटायरमेंट से एक दिन पहले ही उत्तराखंड की नई मुख्य सचिव राधा रतूड़ी घोषित हो गई हैं।
राधा रतूड़ी के पति रह चुके हैं उत्तराखंड के डीजीपी
IAS राधा रतूड़ी के पति आईपीएस अनिल रतूड़ी हैं। अनिल रतूड़ी उत्तराखंड में पुलिस महानिदेशक की जिम्मेदारी से रिटायर हुए हैं। राधा रतूड़ी अपने व्यवहार को लेकर भी बेहद चर्चाओं में रहती हैं। राधा रतूड़ी की जीवन शैली बेहद सादगी भरी दिखाई देती है। मधुर व्यवहार के साथ मिलनसार और साफ छवि वाली राधा रतूड़ी को सरकार ने उनके रिटायरमेंट से कुछ महीने पहले ही इस जिम्मेदारी को देने का फैसला किया है।