पिथौरागढ़ के राउप्रावि मदकोट के 8 छात्र एक साथ नेशनल स्कालरशिप के लिए चयनित
पिथौरागढ़, 5 फरवरी। मुनस्यारी के राजकीय आदर्श उच्च प्राथमिक विद्यालय मदकोट से कक्षा 8वीं के 8 छात्रों ने नेशनल मेरिट स्कालरशिप स्कीम परीक्षा पास कर चौंकाने वाला काम किया है। यह उत्तराखंड का यह पहला विद्यालय है, जहां से 8 छात्रों ने एक साथ इस परीक्षा को पास किया है। विद्यालय की ओर से इस परीक्षा में राज्य में रिकॉर्ड कायम करने पर इस क्षेत्र में खुशी की लहर है। यह सरकारी विद्यालय खेलकूद के साथ विभिन्न प्रकार की छात्रवृत्ति परीक्षा में अव्वल आ रहा है।
सालाना 12,000 मिलेगी छात्रवृत्ति
दरअसल, राजकीय आदर्श उच्च प्राथमिक विद्यालय मदकोट के कक्षा 8 में अध्ययनरत छात्र अखिल मेहता, प्रमिला धामी, सुनील कुमार, आकाश रिंगवाल, बबली इमलाल, दिव्या दानू, करिश्मा धामी, गौरव कोरंगा ने नेशनल मेरिट स्कॉलरशिप स्कीम परीक्षा उत्तीर्ण की है। जिन्हें इंटर पास करने तक हर साल 12,000 रुपए यानी 4 साल तक कुल 48,000 हजार रुपए की छात्रवृत्ति मिलेगी।
18 छात्रों का राज्य स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता में हो चुका है चयन
प्रधानाध्यापक विक्रम सिंह परिहार ने बताया कि शिक्षकों के उचित मार्गदर्शन की वजह से इस शिक्षा सत्र में कक्षा 6वीं के 4 छात्र गौरव धामी, दीपिका राणा, साक्षी धामी और रोशनी का चयन मुख्यमंत्री मेधावी छात्रवृत्ति के लिए हुआ है, जबकि मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी चयन परीक्षा में इस विद्यालय से 5 छात्रों का चयन हुआ है, जिन्हें 1500 रुपए प्रतिमाह छात्रवृत्ति मिल रही है। वहीं, इस विद्यालय के 18 छात्रों का राज्य स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता में चयन हुआ है। इस विद्यालय में 82 छात्र शिक्षा ले रहे हैं। प्रधानाध्यापक विक्रम सिंह परिहार के अलावा सहायक अध्यापक बीरेंद्र मर्तोलिया मात्र दो शिक्षक ही स्कूल में तैनात हैं। इसके अलावा इंग्लैंड में भारतीय प्रवासी राज भट्ट के सहयोग से इस विद्यालय में मानदेय पर कविता रिंगवाल और भावना भट्ट दो शिक्षिकाओं को रखा गया है। https://www.facebook.com/Sarthak_Pahal-101257265694407/
पिछले साल तीन छात्रों का नेशनल स्कालरशिप स्कीम में चयन
पिछले साल भी नेशनल स्कॉलरशिप स्कीम के तहत 3 छात्रों का चयन हुआ था। विद्यालय के प्रधानाध्यापक समेत शिक्षकों के कठिन परिश्रम का परिणाम है कि यह विद्यालय उत्तराखंड का रोल मॉडल बन गया है। विद्यालय की इन उपलब्धियों में पूर्व खंड शिक्षा अधिकारी विनोद सिंह और सहायक अध्यापक कैलाश खर्कवाल का भी सहयोग रहा है।