श्रीनगर, 23 फरवरी। टिहरी जिले के कीर्तिनगर विकासखंड में आतंक का पर्याय बने गुलदार को वन विभाग की टीम ने आखिरकार मार डाला। इसने दो दिन के अंदर 9 लोगों पर हमला किया, जिमसें से चार वनकर्मी शामिल थे। गुरुवार 22 फरवरी को गुलदार ने इलाके में पांच महिलाओं पर हमला किया था। गुलदार को मारने के लिए चार गोली चलाई गई थी। चौथी गोली गुलदार को लगी, जिसमें वो ढेर हो गया। वन विभाग का कहना है कि गुलदार को आत्मरक्षा में मारा गया है।
9 लोगों पर पांच हमलों के बाद वन विभाग की टीम गुलदार को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन चला रही थी। शुक्रवार बह गुलदार देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी के आवास के चंद कदमों की दूरी पर होटल में कमरे में घुस गया था। होटल मालिक ने समझदारी दिखाते हुए कमरे का दरवाजा बंद कर और विधायक व वन विभाग को तत्काल गुलदार की सूचना दी, लेकिन वन विभाग की टीम के मौके पर पहुंचने से पहले से ही गुलदार कमरे की खिड़की से खेत में भाग गया। जहां गुलदार ने एसडीओ अनिल पैन्यूली, वनकर्मी महावीर, गुड्डू और तेज सिंह पर हमला किया। सभी घायलों को बेस हॉस्पिटल श्रीकोट में भर्ती कराया गया। वहीं गुलदार को मारने के लिए वन विभाग के शूटरों को भी बुलाया गया, जिन्होंने करीब आठ घंटे तक गुलदार का पीछा किया। करीब आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद शूटरों ने गुलदार को ढेर किया। https://sarthakpahal.com/
नैथाना और डांग गांव में पांच महिलाओं पर हमला
कल गुलदार ने नैथाणा और डांग गांव की मेघना चौहान (30), सुमित्रा चौहान (32), सम्पदा देवी (70), बसंत गिरी (90) और प्रकाशी देवी (60) पर भी हमला किया था। दोपहर 12.30 बजे के करीब घास लेने गईं ननद-भाभी मेघना और सुमित्रा पर गुलदार ने हमला किया था। शोर मचने के कारण वहां से भागने के थोड़ी देप बाद ही गुलदार ने कुछ दूरी पर ही घास बांध रही सम्पदा देवी पर हमला कर दिया। वहां मौजूद अन्य महिलाओं के शोर के कारण गुलदार वहां से भी भाग खड़ा हुआ। गुलदार ने कीर्तिनगर के डांग गांव की दो महिलाओं पर भी हमला किया है। ढूंढेश्वर मंदिर में रहने वाली 90 वर्षीय बसंत गिरी और पैंडुला गांव निवासी 60 वर्षीय प्रकाशी देवी को भी गुलदार ने हमले में घायल किया। पांचों महिलाओं का फिलहाल बेस अस्पताल में इलाज चल रहा है।