देहरादून, 9 मार्च। सोनी पर प्रसारित शार्क टैंक इंडिया कार्यक्रम में उत्तराखंड की ‘नमकवाली’ अपने पारंपरिक नमक पिस्यूं लूंण को लेकर शार्क टैंक इंडिया पहुंची। इस दौरान ‘नमकवाली’ की बातें सुनकर शार्क टैंक इंडिया के जज बहुत प्रभावित दिखाई दिये। शार्क टैंक इंडिया के सभी जजेज ने ‘नमकवाली’ के प्रयासों की जमकर सराहना की। महिला सशक्तिकरण के लिए किये जा रहे उनके कामों की भी जमकर तारीफ की।
टिहरी गढ़वाल की रहने वाली हैं शशि
टिहरी की रहने वाली शशि बहुगुणा रतूड़ी बचपन से ही सामाजिक कामों में जुट गयी थीं। उन्होंने कई सामाजिक संगठनों से जुड़कर कई गंभीर मुद्दों जैसे कि पर्यावरण, नारी-सशक्तिकरण पर काम किया है। पहाड़ी संस्कृति को बनाये रखने में भी उन्होंने काम किया। 1982 में उन्होंने महिला नवजागरण समिति बनाई, जिसके ज़रिए कई मुहिम चलाई। पहाड़ों की संस्कृति और कलाओं को सहेजना इसका मुख्य उद्देश्य था।
उन्होंने ‘नमकवाली’ की शुरुआत 2 महिलाओं के साथ की. बिजनेस बढ़ने के बाद महिलाओं का बड़ा समूह इसमें काम कर रहा है। वे पहाड़ में प्राकृतिक रूप से नमक को तैयार करते हैं। जिसे पहाड़ी भाषा में ‘पिस्यूं लूंण’ कहते हैं। वे फ्लेवर्ड नमक भी बनाते हैं। इसमें लहसुन वाला नमक, अदरक वाला नमक, भांग वाला नमक जैसे कई नाम शामिल है।
देश-दुनिया के कोने-कोने में पहुंचता है पिस्यू लूण
ये नमक ऑनलाइन मार्केटिंग के जरिये देश दुनिया के कोने कोने में पहुंचता है। ‘नमकवाली’ नमक तैयार करने में लगभग 10 चीजों का इस्तेमाल होता है। ऑर्गेनिक तरीके से नमक को सिलबट्टे पर पीसा जाता है. इस नमक को ऑर्डर के अनुसार बनाया जाता है। 50 ग्राम, 100 ग्राम, 200 ग्राम के पैकेट्स में पैक किया जाता है। https://sarthakpahal.com/