
यमकेश्वर। महाशिवरात्रि पर्व को लेकर नीलकंठ धाम में दर्शन-पूजन और बाबा को जलाभिषेक करने के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। एक लाख से अधिक भक्त बाबा भोलेनाथ को जल अर्पण कर पुण्य लाभ अर्जित कर चुके हैं। धाम में कल से शिवभक्तों का पहुंचने का सिलसिला जारी है।
शुक्रवार शाम तक पहुंचे नब्बे हजार भक्त
नीलकंठ धाम में भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए शुक्रवार को शाम पांच बजे तक करीब 90 हजार श्रद्धालु नीलकंठ पहुंच चुके थे। रात को ये आंकड़ा एक लाख को छू गया। दिनभर नीलकंठ मोटर मार्ग और पैदल रास्ते पर जलाभिषेक के लिए भक्तों की भारी भीड़ नजर आई। महादेव के जयकारों से स्वर्गाश्रम से लेकर नीलकंठ तक ‘हर हर महादेव’ गूंजता रहा। पैदल मार्ग पर वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क के कर्मी तैनात रहे। श्रद्धालुओं के लिए कई स्थानों पर प्रसाद वितरण के लिए भंडारे का भी आयोजन किया गया। https://sarthakpahal.com/
एसएसपी श्वेता चौबे ने किया निरीक्षण
शुक्रवार को एसएसपी पौड़ी गढ़वाल श्वेता चौबे नीलकंठ धाम पहुंची। उन्होंने वहां पहुंचकर यातायात के इंतजामों का जायजा लिया। एएसपी शेखर सुयाल से सुरक्षा और यातायात व्यवस्था के बारे में चर्चा की। उन्होंने मंदिर परिसर में आने-जाने वाले रास्तों पर चौबीसों घंटे पुलिसकर्मियों की तैनाती के निर्देश दिये। इस मौके पर सीओ श्रीनगर श्याम दत्त नौटियाल, प्रभारी विनोद गुसाईं आदि मौजूद रहे।
हर साल फाल्गुन महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस बार 18 फरवरी को महाशिवरात्रि का जलाभिषेक होगा। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार तीस साल बाद इस बार दुर्लभ योग बन रहा है। महाशिवरात्रि का प्रारंभ 18 फरवरी को रात 8.03 मिनट पर और समापन 19 की शाम 4.19 मिनट पर होगा। इसकी पूजा निशिता काल में होती है, इसलिए त्योहार 18 फरवरी को ही मनाया जायेगा।