पौड़ी लोकसभा सीट से बलूनी को टक्कर दे रहे गणेश गोदियाल का 22 साल का राजनीतिक सफरनामा

देहरादून, 28 मार्च। उत्तराखंड लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ी टक्कर बीजेपी और कांग्रेस के बीच पौड़ी लोकसभा सीट पर देखने को मिल रही है। उत्तराखंड की पांच लोकसभा सीटों में कमतर लग रही कांग्रेस केवल पौड़ी में काफी मजबूत दिख रही है। कांग्रेस ने पौड़ी से गणेश गोदियाल को चुनावी मैदान में उतारा है। गणेश गोदियाल पूर्व में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। उनका मिलनसार स्वभाव उन्हें कार्यकर्ताओं के नजदीक खड़ा करता है। इसके साथ ही उनकी संवाद शैली भी गोदियाल को खास बनाती है।
2002 में लड़ा था पहला विधानसभा चुनाव
गणेश गोदियाल ने सबसे पहला चुनाव 2002 में लड़ा। इस साल गणेश गोदियाल ने थैलीसैंण विधानसभा से चुनाव लड़ा। जिसमें उन्हें जीत मिली। जहां उन्होंने पहले विधानसभा चुनाव में भाजपा के दिग्गज नेता रमेश पोखरियाल निशंक को करारी हार दी थी। हालांकि इसके बाद साल 2007 में हुये विधानसभा चुनाव में गणेश गोदियाल को हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद साल 2012 में हुये परिसीमन के बाद थलीसैंण, श्रीनगर विधानसभा का हिस्सा बन गया। साल 2012 में भी गणेश गोदियाल ने श्रीनगर विधानसभा से चुनाव लड़ा और भाजपा के धन सिंह रावत को हराया। गणेश गोदियाल कभी सतपाल महाराज के करीबी माने जाते थे।
2016 में हरीश रावत सरकार बचाने में गोदियाल का अहम योगदान
2016 में कांग्रेस ने 9 विधायकों ने बगावत कर दी थी तो हरीश रावत सरकार खतरे में आ गई थी और राज्य में ऱाष्ट्रपति शासन लगाना पड़ा था। हरीश रावत को फ्लोर टेस्ट से गुजरना पड़ा। उस दौरान बीजेपी ने गणेश गोदियाल को कई प्रलोभन दिये, मगर उन्होंने हरीश रावत की सरकार बचाने में अहम भूमिका निभाई। इस घटना के साथ गणेश गोदियाल हरीश रावत के करीब आ गये।
2021 में उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष बने गणेश गोदियाल
इसके बाद साथ 2017 में उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव हुये. गणेश गोदियाल श्रीनगर विधानसभा से चुनाव लड़े. तमाम विकासकार्यों के बाद भी इस चुनाव में गणेश गोदियाल मोदी लहर के सामने नहीं टिक पाये। इस चुनाव में बीजेपी के धन सिंह रावत ने उन्हें हराया। इसके बाद भी गणेश गोदियाल लगातार एक्टिव होकर काम करते रहे. साल 2021 में कांग्रेस ने गणेश गोदियाल को बड़ी जिम्मेदारी दी. 22जुलाई 2021 में कांग्रेस ने गणेश गोदियाल को उत्तराखंड कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया। अध्यक्ष बनने के बाद गणेश गोदियाल ने प्रदेशभर में दौरे किये. कांग्रेस की टीम को मजबूत करने का काम किया। https://sarthakpahal.com/
2022 में विधानसभा चुनाव हार गये गोदियाल
इसके बाद साल 2022 में उत्तराखंड विधानसभा चुनाव हुये. जिसमें गणेश गोदियाल ने फिर से श्रीनगर विधानसभा से ताल ठोकी. इस बार भी गोदियाल को हार का सामना करना पड़ा. 2022 में विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद गणेश गोदियाल को अध्यक्ष पद से हाथ धोना पड़ा। इसके बाद साल 2023 में कांग्रेस हाईकमान ने गणेश गोदियाल को कांग्रेस कार्यसमिति का विशेष आमंत्रित सदस्य नियुक्त किया, जिसकी जिम्मेदारी वे अभी तक निभा रहे हैं।
गणेश गोदियाल प्रॉपर्टी
गणेश गोदियाल के पास 2022 में 6,94,552 रुपये की चल संपत्ति थी। साल 2024 में ये बढ़कर 31,62,567 रुपये हो गई है। गणेश की अचल संपत्ति का मूल्य 2,40,59,666 रुपये है। गणेश गोदियाल के पास कोई भी चौपहिया वाहन नहीं है।