नई दिल्ली, 17 अप्रैल। पहले चरण में उत्तराखंड की 5, तमिलनाडु समेत 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सभी सीटों पर मतदान संपन्न हो जाएगा. इसके अलावा राजस्थान में 12, उत्तर प्रदेश में 8, मध्य प्रदेश में 6, असम और महाराष्ट्र में 5-5, बिहार में 4, पश्चिम बंगाल में 3, मणिपुर में 2, जम्मू-कश्मीर और छत्तीसगढ़ और त्रिपुरा में एक-एक सीट पर मतदान होगा।
बुधवार शाम को पहले चरण का प्रचार समाप्त
लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के लिए बुधवार शाम को प्रचार समाप्त हो गया. इस चरण में 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 लोकसभा सीटों के लिए 19 अप्रैल को मतदान होगा. पहले फेज के चुनाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी के कैम्पेन का नेतृत्व किया. पहले चरण का चुनाव प्रचार खत्म होने तक पीएम मोदी 36 रैलियां और 7 रोड शो कर चुके हैं. गृह मंत्री अमित शाह अब तक 22 सार्वजनिक कार्यक्रम कर चुके हैं, जिनमें 8 रोड शो और 14 जनसभाएं शामिल हैं. राजनाथ सिंह ने 12 राज्यों में 26 जनसभाएं और 3 रोड शो किए हैं. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पहले चरण का चुनाव प्रचार समाप्त होने तक 18 रैलियां, 3 रोड शो और 4 संगठनात्मक बैठकें की हैं.
पीएम मोदी ने अपनी जनसभाओं में कहा, ‘मैं 2014 में लोगों के बीच आशा और 2019 में विश्वास लेकर आया था, अब 2024 में गारंटी लेकर आया हूं. मैं जनता को दी गई अपनी सभी गारंटियों को पूरा करने की गारंटी दे रहा हूं.’ मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी जैसे कांग्रेस के नेताओं और अन्य दलों ने भी अपने उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया.
विपक्षी दलों के नेताओं ने चुनावी बॉन्ड, एजेंसियों के कथित दुरुपयोग, महंगाई और बेरोजगारी सहित अन्य मुद्दों पर सरकार को घेरा. भाजपा ने अपने घोषणापत्र में लोकलुभावन वादों और एनआरसी जैसे विवादास्पद मुद्दों से किनारा करते हुए विकास और कल्याण को प्राथमिकता दी. उसने अपने मेनिफेस्टो को ‘मोदी की गारंटी’ नाम दिया और मुख्य रूप से सरकार की मौजूदा कल्याणकारी योजनाओं पर ही ध्यान केंद्रित किया. भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में एक-राष्ट्र-एक-चुनाव और समान नागरिक संहिता को लागू करने की प्रतिबद्धता को दोहरायी, तो कांग्रेस ने ‘न्याय पत्र’ नाम से 45 पन्नों का अपने घोषणापत्र में न्याय के पांच स्तंभों और उनके तहत 25 गारंटियों पर ध्यान केंद्रित किया। https://sarthakpahal.com/
2019 में 102 सीटों में से 45 पर UPA और 41 पर NDA ने दर्ज की थी जीत
पहले चरण की वोटिंग में आठ केंद्रीय मंत्रियों- नितिन गडकरी, किरेन रिजिजू, सर्बानंद सोनोवाल, संजीव बालियान, जितेंद्र सिंह, भूपेन्द्र यादव, अर्जुन राम मेघवाल और एल मुरुगन, दो पूर्व मुख्यमंत्री – बिप्लब कुमार देब (त्रिपुरा) और नबाम तुकी (अरुणाचल प्रदेश), और तेलंगाना की पूर्व राज्यपाल तमिलिसाई सौंदर्यराजन की सीटें भी दांव पर होंगी. 2019 में, यूपीए ने इन 102 सीटों में से 45 और एनडीए ने 41 सीटें जीती थीं. पहले चरण में तमिलनाडु (39), उत्तराखंड (5), अरुणाचल प्रदेश (2), मेघालय (2), अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (1), मिजोरम (1), नागालैंड (1), पुडुचेरी (1), सिक्किम (1) और लक्षद्वीप (1) की सभी सीटों पर मतदान होगा.